क्यों खास है राष्ट्रपति कोविंद के पैतृक गांव का पथरी देवी मंदिर, जहां आज दर्शन करने जाएंगे पीएम मोदी?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) के साथ उनके पैतृक गांव कानपुर के परौंख डेरापुर (Paraunkh Derapur) जाएंगे। इस दौरान वे गांव में स्थित पथरी देवी माता मंदिर में पूजा भी करेंगे। 

उज्जैन. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज (3 जून, शुक्रवार) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) के साथ उनके पैतृक गांव कानपुर (PM Modi's visit to Kanpur) के परौंख डेरापुर (Paraunkh Derapur) जाएंगे। इस दौरान मोदी अनेक कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे, साथ ही गांव में स्थित पथरी देवी माता मंदिर (Pathri Devi Mata Temple) में पूजा भी करेंगे। पीएम मोदी परौंख गांव में राष्ट्रपति के पैतृक निवास पर भी जाएंगे। गांव के भ्रमण के बाद प्रधानमंत्री गांव परौंख में जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी वहां मौजूद रहेंगे। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। इस स्थान की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है। परौख गांव में 6000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। आगे जानिए क्यों खास है पथरी देवी मंदिर, जहां दर्शन करने जाएंगे मोदी और कोविंद…

2 बजे प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पहुंचेंगे पथरी देवी मंदिर
तय कार्यक्रम के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दोपहर लगभग 2 बजे परौंख स्थित पथरी देवी मंदिर में दर्शन के लिए जाएंगे। आपको बता दें कि राष्ट्रपति कोविंद का परिवार पथरी देवी को ही अपनी कुल देवी मानते हैं। गांव के लोगों के मन में इस मंदिर के प्रति गहरी आस्था है। गांव वालों का कहना है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पिता ने ही परौंख के पथरीदेवी मंदिर की नींव रखी थी। पिता का जुड़ाव होने के चलते ही कोविंद का बचपन से ही इस मंदिर के प्रति गहरी आस्था है।


कभी यहां थी नील की कोठियां
गांव के लोग बताते हैं कि पथरी देवी मंदिर के आसपास कभी नील की कोठियां थी। उनके खत्म होने के बाद पथरी देवी मंदिर की देखरेख राष्ट्रपति के पिता स्व. मैकू लाल (मैकू कक्कू) करने लगे। उन्होंने ही चंदा करके मंदिर का कच्चा चबूतरा बनवाया। जिसके बाद धीरे-धीरे मंदिर का निर्माण होने लगा। राष्ट्रपति के पिता के समय से उनके परिवार के लोग आज भी देवी की पूजा करते आ रहे है। राष्ट्रपति कोविंद जब भी अपने गृह नगर आते हैं, इस मंदिर में दर्शन करना नहीं भूलते।

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राष्ट्रपति के परिवार ने मानी थी मन्नत
साल 2021 में जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की बाईपास सर्जरी की गई थी, उस समय राष्ट्रपति और उनके परिवार ने पथरी देवी से सफल ऑपरेशन के लिए मन्नत मांगी थी। 30 मार्च 2021 को उनकी सफल बाईपास सर्जरी हुई और पहले की तरह पूरी तरह स्वस्थ्य हो गए। इसके बाद उनकी आस्था कुल देवी के प्रति और भी बढ़ गई। पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद जून 2021 में राष्ट्रपति कोविंद मंदिर में दर्शन करने आए थे।

 

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