
उज्जैन. व्रत का टूट जाना या मन्नत का अधूरा रह जाना ये समस्याएं भले ही छोटी हों, लेकिन इनके होने पर पुण्यों का क्षय होता है। यदि आप भी धर्म से जुड़ी कुछ ऐसी उलझनों से परेशान हैं तो आइए जानते हैं उनका हल....
व्रत टूट जाए तो क्या करना चाहिए?
कोई भी व्रत टूट जाने पर उस व्रत से संबंधित तिथि या वार पर व्रत रखकर उन देवी या देवता का पूजन कर उनसे अपनी गलती के लिए क्षमा मांगना चाहिए और उनके निमित दान देना चाहिए।
मन्नत अधूरी रह जाए तो क्या करना चाहिए?
मन्नत अधूरी रह जाने पर जिन भी देवी-देवता की जो मन्नत हो उनके किसी स्थानीय मंदिर में जाकर अपनी मन्नत मे बोले गए सामान का सवाया यानी सवा गुना सामान चढ़ाकर उनसे अपनी भूल के लिए क्षमा मांगना चाहिए।
मंदिर से मिले फूलों को कब तक अपने पास रखें?
मंदिर से मिले फूलों को 24 घंटे तक अपने साथ रखें। इसके बाद इन फूलों को जल में प्रवाहित कर दें, क्योंकि कुछ समय बाद इनका प्रभाव नकारात्मक हो जाता है।
पूजा में दीपक बुझ जाए तो क्या करें?
पूजा करते समय जो दीपक लगाया है यदि वह बुझ जाए तो उसे अपशकुन माना जाता है, लेकिन ऐसा होने पर अपने इष्ट देवता का ध्यान कर फिर से दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से अनिष्ट नहीं होता है।