भगवान झूलेलाल की जयंती 25 मार्च को, इसी दिन से शुरू होता है सिंधी नववर्ष

चैत्र शुक्ल द्वितीया से सिंधी नववर्ष का आरंभ होता है। इसे चेटीचंड के नाम से जाना जाता है।

Asianet News Hindi | Published : Mar 24, 2020 6:51 PM IST

उज्जैन. चैत्र मास को सिंधी में चेट कहा जाता है और चांद को चण्डु। इसलिए चेटीचंड का अर्थ हुआ चैत्र का चांद। इस बार यह पर्व 25 मार्च, बुधवार को है।

इसी दिन हुआ था भगवान झूलेलाल का जन्म


ये हैं भगवान झूलेलाल के जन्म की कथा

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