इन 4 तरह के लोगों की सलाह पड़ सकती है भारी, बर्बाद कर सकती है आपका भविष्य

Vidur Niti: महाभारत के कई प्रमुख पात्रों में विदुर भी एक थे। इन्हें यमराज का अवतार भी माना जाता है। इन्होंने युद्ध से पहले राजा धृतराष्ट्र को समझाने की काफी कोशिश की। उन्हीं बातों के संकलन को को विदुर नीति कहा जाता है।
 

Manish Meharele | Published : Sep 21, 2022 11:42 AM IST / Updated: Sep 21 2022, 05:13 PM IST

उज्जैन. जब भी व्यक्ति किसी मुसीबत में फंसता है तो वह दूसरों से सलाह लेने के बारे में अवश्य सोचता है। कई बात उचित सलाह मिलने से मुसीबत कम हो जाती हैं, लेकिन कई बार सलाह भारी भी पड़ जाती है यानी उससे फायदे की जगह नुकसान हो जाता है। विदुर नीति (Vidur Niti) में भी कुछ ऐसे ही लोगों को बारे में बताया गया है, जिनसे कभी भूलकर भी सलाह नहीं लेनी चाहिए। नहीं तो भविष्य में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आगे जानिए कौन हैं वे लोग, जिनसे सलाह लेने से बचना चाहिए… 

1. जिसकी समझ कम हो
विदुर नीति के अनुसार, अल्प बुद्धि वाले लोगों से कभी भूलकर भी किसी विषय सलाह नहीं लेना चाहिए। अल्प बुद्धि से अर्थ है यानी समझ कम हो और वह उस विषय का जानकार न हो। ऐसे लोगों से सलाह लेकर आप अपने लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। इसलिए सलाह लेते समय ऐसे लोगों से दूर ही रहें तो बेहतर है। 

2. दीर्घसूत्री यानी लंबी सोच रखने वाला
कई बार हम ऐसे लोगों से सलाह लेने की गलती कर बैठते हैं तो विषय की गंभीरता को समझने की जगह उसका मंथन करने लगते हैं यानी बिना वजह का सोच-विचार करने लगते हैं। कई बार ऐसी स्थिति में समय निकल जाता है और नुकसान का सामना करना पड़ता है। विदुर जी कहते हैं कि जो व्यक्ति समझदारी से विचार करके परिस्थिति को समझता हो उसी से सलाह लेनी चाहिए।

3. जल्दबाजी में काम करने वाले
विदुर नीति के अनुसार, कुछ लोग बिना कुछ समझे जल्दबाजी में सलाह दे देते हैं। कई बार इसका दूरगामी परिणाम काफी नुकसानदायक साबित होता है। जल्दबाजी में लिया गया कोई भी निर्णय ठीक नहीं कहा जा सकता। इसलिए ऐसे लोग जो हम काम जल्दबाजी में करते हैं और उसके अच्छे-बुरे परिणाम पर विचार नहीं करते, ऐसे लोगों से सलाह नहीं लेनी चाहिए। 

4. चापलूसी करने वाले से भी न लें सलाह
सलाह हमेशा उसी व्यक्ति से लेना चाहिए जो हमारी भलाई के लिए कटु सत्य बोलने की हिम्मत रखता हो। चापलूसी करने वाले लोगों से आप कोई भी सलाह मांगेगे तो वह आपकी हां में हां ही मिलाएंगे, भले ही उसमें आपका नुकसान ही क्यों न होता हो। विदुर नीति के अनुसार, इसलिए व्यक्ति को कभी भी चाटुकार से सलाह नहीं लेनी चाहिए।

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