ममता बनर्जी को 'धर्म' का सबक सिखाकर 'कामख्या' पहुंचे योगी, फिर कहा-कांग्रेस की नीति समृद्धि नहीं तुष्टिकरण

पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति अपने चरम पर है। मंगलवार को पश्चिम बंगाल में धुंआधार रैलियां करके ममता बनर्जी को धर्म का सबक सिखाने वाले योगी बुधवार को अपना मन शांत करने असम के गुवाहाटी स्थित कामख्या देख मंदिर पहुंचे। इस बीच असम, केरल और तमिलनाडु के लिए तीसरे चरण के लिए भाजपा ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है।

Asianet News Hindi | Published : Mar 17, 2021 6:55 AM IST / Updated: Mar 17 2021, 02:13 PM IST

गुवाहाटी, असम. पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां चरम पर हैं। मंगलवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पश्चिम बंगाल में थे। यहां उन्होंने पुरुलिया के बाद बांकुरा और मेदिनीपुर में सभाओं को संबोधित किया था। चुनाव की तारीखें घोषित होने के बाद योगी का बंगाल में यह दूसरा दौरा था। इस महीने की शुरूआत में उन्होंने मालदा से चुनावी प्रचार शुरू किया था। हिंदुत्व के बड़े ब्रांड बनकर उभरे योगी बंगाल में ममता बनर्जी पर आक्रामक दिखे थे। बुधवार को योगी असम पहुंचे। यहां उन्होंने गुवाहाटी स्थित कामख्या देवी मंदिर में पूजा-अर्चन की। उन्होंने कहा कि मां कामख्या देवी समस्त जगत का कल्याण करें। असम, केरल और तमिलनाडु के लिए तीसरे चरण के लिए भाजपा ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है।

होजोई में बोले योगी

जानें कब हैं चुनाव

असम की 126 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण के लिए 27 मार्च का वोटिंग होगी। इसमें 47 सीटें हैं। दूसरे चरण में 39 सीटों पर एक अप्रैल का वोट डाले जाएंगे। तीसरे और अंतिम चरण में 40 सीटों के लिए 6 अप्रैल को वोटिंग होगी। सभी की गिनती अन्य चार राज्यों-पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के साथ 2 मई को होगी। असम में विधानसभा का कार्यकाल 31 मई को खत्म हो रहा है। 2016 में हुए चुनाव में भाजपा ने 15 साल से यहां सत्तारूढ़ कांग्रेस को शिकस्त दी थी। तब भाजपा को 86 सीटें मिली थीं।

पश्चिम बंगाल में बोले थे योगी
मैं यहां आया, तो मेरा अभिवादन जयश्रीराम के नारे से हुआ। दीदी जयश्रीराम के नारे से चिढ़ती हैं, लेकिन आज चंडी का पाठ कर रही हैं। मैं खुद भगवान राम और कृष्ण की पावन नगरी से आया हूं। बंगाल हमेशा परिवर्तन की धरती रही है। यह राष्ट्रवाद की धरती रही है। राम कृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, रवीन्द्रनाथ टैगोर और सुभाष चंद्र बोस को भी इसी धरती ने दिया। जनसंघ के अध्यक्ष श्यामाप्रसाद मुखर्जी समेत दूसरे महान नेताओं को इसी धरती ने दिया। जनगण मन भी इसी धरती ने दिया। इस धरती को मेरा नमन है। 

 

 

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