
मुंबई. अजय देवगन (Ajay Devgn) की मोस्ट अवेटेड फिल्म भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया (Bhuj The Pride of India) ओटीटी पर रिलीज हो चुकी है। हालांकि, फिल्म को सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है। ज्यादातर लोगों ने इसे बकवास, बोगस और घटिया फिल्म बताया है। लोगों का कहना है कि फिल्म की शुरुआत देखकर ही लगा कि इसे आगे देखने का कोई फायदा नहीं है। एक शख्स ने कमेंट करते हुए लिखा- इस तरह विरासत को दिखाना सबसे घिनौना तरीका है, पूरी तरह से बोगस है फिल्म। एक अन्य ने लिखा- इससे घटिया फिल्म मैंने अभी तक नहीं देखी। डायेक्टर अभिषेक दुधैया की फिल्म में अजय देवगन के साथ संजय दत्त और सोनाक्षी सिन्हा लीड रोल में है। फिल्म को रितेश शाह, अभिषेक दुधैया, रमन कुमार, पूजा भावोरिया ने लिखा है।
एक शख्स ने भड़ास निकालते हुए लिखा- फिल्म में देशभक्ति के नाम पर मजाक उड़ाया गया है। एक ने तो फिल्म को सस्ता वीडियो गेम तक बता दिया। वहीं एक कहा- ये तो 30 मिनट की डॉक्यूमेंट्री फिल्म जैसी है। शख्स ने गुस्से में कमेंट करते हुए लिखा- इससे ज्यादा घटिया मूवी मैंने आज तक नहीं देखी.. अजय सर बेस्ट बाकी सब ओवरएक्टिंग की दुकान।
एक तो अजय देवगन की फिल्म भुज की तुलना सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म शेरशाह से करते हुए लिखा- इससे तो शेरशाह सही मूवी है। भुज तो भुजिया है, शेरशाह इससे सौ गुना अच्छी है। एक बोला न तो मुझे फिल्म अच्छी लगी और न ही इसका संगीत। एक बोला क्या सोचकर ये फिल्म बनाई है। इस स्टोरी लाइन पर तो बेहतरीन मूवी बनाई जा सकती है। एक बोला- इतना घटिया फिल्म, ऐसा लग रहा था फार्स्ट फॉरवर्ड कर देख रहे हो। एक्टिंग भी घटिया की है।
फिल्म की कहानी
भुजः द प्राइड ऑफ इंडिया की कहानी भारतीय वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक (अजय देवगन) के बहादुरी और दूरदर्शी फैसलों के बारे में बात करती है। जब पाकिस्तानी हमले से डर कर हवाई पट्टी बनाने वाले इंजीनियर भाग गए थे और दर्जनों सैनिक घायल होकर अस्पताल पहुंचे थे। फिर आसपास गांव के करीब 300 महिलाओं की मदद से रातोंरात हवाई पट्टी तैयार की गई थी। और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया गया।