
मुंबई। आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की अपकमिंग मूवी 'गंगूबाई काठियावाड़ी' (Gangubai Kathiawadi) रिलीज से पहले ही विवादों में फंस गई है। फिल्म को लेकर रियल गंगूबाई के परिवार वालों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए बॉम्बे सिटी सिविल कोर्ट में हुसैन जैदी, संजय लीला भंसाली और आलिया भट्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। कोर्ट ने इस मामले पर तीनों हुसैन, संजय लीला भंसाली और आलिया भट्ट को अगले साल 7 जनवरी तक जवाब देने का समय दिया है।
बता दें कि यह फिल्म हुसैन जैदी की किताब 'माफिया क्वीन्स ऑफ मुंबई' पर बेस्ड है, जिसमें डॉन गंगूबाई की कहानी को पर्दे पर उतारा जाएगा। गंगूबाई 60 के दशक में मुंबई माफिया का बड़ा नाम थी। कहा जाता है कि उन्हें पति ने सिर्फ 5 सौ रुपए के लिए बेच दिया था। इसके बाद वो प्रॉस्टिट्यूशन के धंधे में चली गई। हालांकि गंगूबाई ने मजबूर लड़कियों के उत्थान के लिए भी बहुत काम किया।
'गंगूबाई काठियावाड़ी' की शूटिंग इन दिनों फिल्मसिटी में चल रही है। शूटिंग के लिए सेट बनाने में ही करीब 6 करोड़ रूपए खर्च किए गए हैं। फिल्म में आलिया भट्ट के अलावा इमरान हाशमी और अजय देवगन का भी छोटा रोल देखने को मिलेगा। फिल्म की कहानी बंटवारे से पहले और उसके बाद की है। 1946 के कमाठीपुरा (रेडलाइट एरिया) को दिखाने के लिए भंसाली ने कई आर्किटेक्ट से बात करने के बाद सेट को फाइनल किया था।
ऐसी है फिल्म की कहानी :
फिल्म की कहानी उस गंगूबाई की है, जिसकी तस्वीर कमाठीपुरा की हर औरत (जो रेड लाईट एरिया में काम करती थी) अपने पास रखा करती थी। 16 साल की 'गंगा हरजीवन दास' काठियावाड़ी गुजरात के 'काठियावाड़' की एक लड़की थी। परिवार वाले बड़े इज़्ज़त पसंद लोग थे और गंगा को पढ़ना लिखना चाहते थे लेकिन गंगा हीरोइन बनना चाहती थी। इसके बाद गंगू ने रमणीक नाम के एक शख्स से शादी की और मुंबई आ गई। इसके बाद रमणीक ने अपनी मौसी के जरिए गंगू को धोखा दिया और उसे 500 रुपए में बेच दिया गया था। गंगू ने बाद में मुंबई के डॉन करीम लाला को अपना राखी भाई बना लिया और इसके बाद गंगूबाई काठियावाड़ी के नाम से मशहूर हो गई।