बाबा रामदेव ने आमिर का पुराना वीडियो शेयर करते हुए कहा- मेडिकल माफिया में दम है तो इनके खिलाफ मोर्चा खोले

पिछले कुछ दिनों से एलोपैथी और आयुर्वेद पर तनातनी चल रही है। इस झगड़े के बीच अब बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने आमिर खान (Aamir Khan) के शो 'सत्यमेव जयते' (2012) से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो के साथ बाबा रामदेव ने लिखा- अगर मेडिकल माफियाओं में हिम्मत है तो वे आमिर खान के खिलाफ मोर्चा खोलकर दिखाएं। 

Asianet News Hindi | Published : May 30, 2021 9:04 AM IST

मुंबई। पिछले कुछ दिनों से एलोपैथी और आयुर्वेद पर तनातनी चल रही है। इस झगड़े के बीच अब बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने आमिर खान (Aamir Khan) के शो 'सत्यमेव जयते' (2012) से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो के साथ बाबा रामदेव ने लिखा- अगर मेडिकल माफियाओं में हिम्मत है तो वे आमिर खान के खिलाफ मोर्चा खोलकर दिखाएं। बता दें कि वीडियो में आमिर खान शो पर आए मेहमान डॉ. समित शर्मा बाजार में उपलब्ध एलोपैथी की महंगी और जेनेरिक दवाओं पर बात करते नजर आ रहे हैं। 

 

दवाइयों की रियल कीमत बेहद कम लेकिन...
डॉ. समित शर्मा कहते हैं- दवाइयों की जो रियल कीमत है, वो तो बहुत ही कम है। हम जब बाजार से दवाइयां खरीदकर लाते हैं तो वो हमें 5 गुना, 10 गुना, 20 गुना, कई बार तो 50 गुना से भी ज्यादा कीमत देकर खरीदनी पड़ती है। जिस देश में करोड़ों लोग अपने लिए दो वक्त की रोटी नहीं जुटा पाते वो क्या उस दवा को खरीद सकते हैं?" इस बीच आमिर कहते हैं- बहुत सारे लोगों को इसी वजह से दवाई नहीं मिल पाती है।

मेडिकल बिजनेस में महंगी दवाओं की ब्रांडिंग : 
डॉ. समित आगे कहते हैं- WHO कहता है कि आजादी के 65 सालों बाद, आज भी भारत की 65 फीसदी जनसंख्या तक जरूरी दवाइयां नहीं पहुंच पाती हैं। सिर्फ उनकी कीमत की वजह से। शर्मा के मुताबिक, मेडिकल बिजनेस में उन कंपनियों की ब्रांडिंग की जाती है, जो महंगी दवाएं बनाती हैं। उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि डायबिटीज की जो दवा बाजार में 117 रुपए में मिलती है, उसे जेनेरिक मेडिसिन के नाम से खरीदें तो 1 रुपए 95 पैसे में 10 गोलियों का पत्ता मिल जाता है।

कैंसर की सवा लाख की दवाई 6 हजार में : 
इस पर आमिर खान ने पूछा कि क्या इन दोनों तरह की गोलियों में कोई फर्क होता है तो शर्मा ने कहा कि दोनों 100 फीसदी एक जैसी होती हैं। शर्मा ने कैंसर की दवा का उदाहरण देते हुए कहा- बाजार में इसकी एक दवा एक महीने के लिए सवा लाख रुपए में मिलती है, जबकि जेनेरिक मेडिसिन के नाम से वही दवा 6 हजार, 8 हजार 8 सौ, और 10 हजार रुपए में मिल जाती है।

बाबा रामदेव Vs एलोपैथी विवाद : 
बता दें कि बाबा रामदेव ने हाल ही में एलोपैथी को बकवास बताया था। उन्होंने रेमडेसिविर, फेवीफ्लू जैसी दवाओं का नाम लेते हुए कहा था कि कोरोना के इलाज में इनसे कोई मदद नहीं मिली है। बाबा ने सवाल उठाते हुए कहा था, अगर एलोपैथी कोरोना के इलाज में कारगर होती तो डॉक्टर्स को बीमार क्यों हो रहे हैं? हालांकि, बाद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रामदेव के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्हें माफी मांगने को कहा था। 

मानहानि केस की धमकी, थानों में शिकायत : 
बयान से नाराज इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने बाबा को 1000 करोड़ रुपए की मानहानि का नोटिस भेजा है। इसमें उन्होंने कहा है कि अगर बाबा 15 दिनों के भातर IMA से लिखित रूप में माफी नहीं मांगते तो उनसे 1000 करोड़ रुपए की भरपाई की मांग की जाएगी। वहीं बाबा रामदेव का कहना है कि उन्हें किसी का बाप गिरफ्तार नहीं कर सकता।  

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