पायल घोष ने अनुराग कश्यप पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। खबरों की मानें तो इतना समय बीत जाने के बाद अब अनुराग आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं। अनुराग ने कोर्ट जाने से पहले अपना पक्ष पूरी तरह मजबूत करने के लिए समय लगाया। खबरें आ रही हैं कि वे लीगल एक्शन लेने की तैयारी में हैं। ऐसे में पायल घोष की मुसीबतें तब बढ़ सकती हैं जब उनके पास आरोपों को साबित करने वाले पुख्ता सुबूतों की कमी होगी।
मुंबई. पायल घोष (payal ghosh) ने महीनेभर पहले बॉलीवुड डायरेक्टर अनुराग कश्यप (anurag kashyap) पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। खबरों की मानें तो इतना समय बीत जाने के बाद अब अनुराग आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं। अनुराग ने कोर्ट जाने से पहले अपना पक्ष पूरी तरह मजबूत करने के लिए समय लगाया। खबरें आ रही हैं कि वे लीगल एक्शन लेने की तैयारी में हैं। ऐसे में पायल घोष की मुसीबतें तब बढ़ सकती हैं जब उनके पास आरोपों को साबित करने वाले पुख्ता सुबूतों की कमी होगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनुराग को अपनी नहीं बल्कि परिवार की चिंता है। इन आरोपों से उनके परिवार को ठेस पहुंची है।
अनुराग का कहना है कि यह उनकी इमेज का सवाल है। ये आरोप उन सभी चीजों पर सवाल उठा रहे हैं जिसके लिए वे पूरी जिंदगी खड़ रहे। वे सिर्फ एक झूठ के कारण अपनी प्रतिष्ठा बर्बाद नहीं होने दे सकते। वे तब लड़ेंगे जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता। स्पॉटबॉय की एक रिपोर्ट के मुताबिक उनके करीबी का कहना है कि जब अनुराग शांत होते हैं तो वे अपने काम के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं। ऐसे में वे अपनी बेगुनाही साबित करने ठोस सुबूत जुटा रहे हैं और वे इसमें कामयाब भी हो गए हैं। हम अब केवल यही उम्मीद कर सकते हैं कि पायल के पास अपने आरोप साबित करने पर्याप्त सुबूत हों।
बता दें कि पायल का आरोप है कि अनुराग ने अगस्त 2013 में उन्हें अपने घर बुलाकर यौन शोषण का प्रयास किया था। इसके बाद अनुराग की वकील प्रियंका खिमानी ने इस मामले पर एक लंबा स्टेटमेंट भी जारी किया था।
पायल की बात करें तो उन्होंने इस केस में रिचा चड्ढा का नाम भी लिया था, लेकिन रिचा के द्वारा मानहानि केस फाइल करने के बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी। हाल ही में पायल ने केन्द्रीय मंत्री रामदास आठवले की पार्टी RPI ज्वाइन की है, जिसमें उन्हें वूमन विंग का वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया है। बता दें कि पायल की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने उनसे करीब 8 घंटे तक पूछताछ की थी।