इतने दिनों से फॉर्महाउस पर ही अटके हैं 84 साल के धर्मेंद्र, खुद बताया कैसे काट रहे हैं दिन

धर्मेंद्र ने अपने गांव के साथ-साथ अपनी मां को भी याद किया। उन्होंने कहा- मुझे अपने गांव की याद आ गई। मेरी मां लकड़ी के चूल्हे पर अपने हाथ से खाना बनाती थी। वो टेस्ट तो नहीं आ सकता है लेकिन वैसा ही टेस्ट है कुछ। कोरोना की वजह से अटक गया हूं फार्म हाउस पर, लेकिन अच्छा लग रहा है यहां की ताजा सब्जियां खाता हूं, ट्रैक्टर चलाता हूं। आप घबराइये मत, कोरोना जल्दी भाग जाएगा। 

Asianet News Hindi | Published : May 19, 2020 12:10 PM IST

मुंबई. कोरोना की वजह से भारत में लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ा दिया गया है। आमजनों की तरह ही बॉलीवुड सेलेब्स भी अपने-अपने घरों में कैद हैं। वहीं 84 साल के धर्मेंद्र जब से लॉकडाउन लगा है उसके पहले से वे अपने लोनावला वाले फॉर्महाउस पर हैं। वे यहां अपनी पत्नी प्रकाश कौर और छोटे भाई की पत्नी के साथ हैं। उन्होंने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि फॉर्महाउस पर उनके दिन कैसे गुजर रहे हैं।


लकड़ी के स्टोव पर बना खाना खाया
हाल ही में उन्होंने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह वुड स्टोव पर बने खाने का जायका लेते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में उन्होंने बताया कि वुड स्टोव पर जो खाना बनता है, बहुत ही लजीज होता है। साथ ही इसकी वजह से उन्हें अपने गांव की भी याद आ गई। उनके वीडियो पर फैन्स खूब कमेंट्स कर रहे हैं।


मां को किया याद
धर्मेंद्र ने अपने गांव के साथ-साथ अपनी मां को भी याद किया। उन्होंने कहा- मुझे अपने गांव की याद आ गई। मेरी मां लकड़ी के चूल्हे पर अपने हाथ से खाना बनाती थी। वो टेस्ट तो नहीं आ सकता है लेकिन वैसा ही टेस्ट है कुछ। कोरोना की वजह से अटक गया हूं फार्म हाउस पर, लेकिन अच्छा लग रहा है यहां की ताजा सब्जियां खाता हूं, ट्रैक्टर चलाता हूं। आप घबराइये मत, कोरोना जल्दी भाग जाएगा। 


पापा के लिए जताई थी चिंता
कुछ दिन पहले धर्मेंद्र के छोटे बेटे बॉबी देओल ने अपनी पिता की सेहत को लेकर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था- 'मेरे पापा 84 साल के हैं और हमें उनके स्वास्थ्य की हमेशा चिंता होती है, लेकिन मुझे पता है कि सिर्फ चिंता करने से हम खुद को कमजोर करते हैं। इसलिए हम हमेशा पॉजिटिव चीजें सोचने में समय बिताते हैं। उन्होंने बताया था कि वे अभी बिल्कुल ठीक जगह पर हैं। वो जगह बाहरी लोगों की पहुंच से बाहर हैं। वहां मेरी मां और चाची भी हैं। हम वीडियो कॉल पर बात करते रहते हैं। उन्हें ऑर्गेनिक सब्जियां उगाते देख बहुत खुशी होती है।
 

Share this article
click me!