घर की आर्थिक स्थिति खराब थी, पर पिता को बिल्कुल पंसद नहीं था लता मंगेशकर फिल्मों में गाना गाएं या काम करें

Published : Feb 06, 2022, 10:18 AM IST
घर की आर्थिक स्थिति खराब थी, पर पिता को बिल्कुल पंसद नहीं था लता मंगेशकर फिल्मों में गाना गाएं  या काम करें

सार

सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के बारे में यह तथ्य कम लोगो को ही पता होगा कि उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर (Dinanath Mangeshkar) नहीं चाहते थे कि बेटी फिल्मों में गाना गाए। यही नहीं, चर्चा यह भी रही है कि एक बार उनके पिता ने फिल्म से गाना हटवा दिया था। यह फिल्म मराठी थी। ऐसे ही लता जी से जुड़े कई और सुने-अनसुने किस्से हैं, जिनके बारे आपको जानना चाहिए। 

नई दिल्ली। लता मंगेशकर का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में हुआ था, मगर परवरिश महाराष्ट्र में हुई। पिता शास्त्रीय संगीत को पसंद करते थे, मगर फिल्मों में गाने के खिलाफ थे। कम उम्र में पिता की मौत हुई, पहले से बिगड़ी परिवार की आर्थिक स्थिति उनकी मौत के बाद और खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें थिएटर और फिल्मों में छोटे-छोटे रोल करने पड़े। लता जी से जुड़े ऐसे तमाम किस्से हैं, जो बहुत कम लोगों को पता हैं। आइए आज पर एक नजर डालते हैं। 

लता मंगेशकर ने फिल्म में पहला गाना 1942 में आई मराठी फिल्म किती हसाल के लिए गाया था। लता मंगेशकर के पिता नहीं चाहते थे कि वे फिल्म के लिए गाना गाएं। यही वजह है कि बाद में किती हसाल नाम की इस मराठी फिल्म से गाना हटवा दिया गया था। कहा यह भी जाता है कि शुरुआत के दिनों में निर्देशक शशिधर मुखर्जी ने उनकी आवाज को नापसंद कर दिया था और गाने का मौका नहीं दिया। यह फिल्म थी शहीद और मुखर्जी ने कहा कि उनकी आवाज बहुत पतली है। 

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गायिका के साथ-साथ थिएटर आर्टिस्ट भी रहीं 
लता जी का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में 28 सितंबर 1929 को हुआ था, मगर उनकी परवरिश महाराष्ट्र में हुई। वह मध्यमवर्गीय मराठा परिवार में जन्मी थीं और बचपन में उनका नाम हेमा था, लेकिन पांच साल बाद मां-बाप ने नाम लता रख दिया। उन्होंने अपने संगीत की शिक्षा अपने पिता दीनानाथ मंगेशकर से ली थी। वे गायिका के साथ-साथ थिएटर आर्टिस्ट भी रहीं। पांच साल की कम उम्र से ही वह थिएटर में काम करने लगी थीं। उन्होंने वर्ष 2011 में अंतिम बार सतरंगी पैराशूट गाना गाया था और इसके बाद से वह गायन से दूर हैं। 

परिवार संकट में आया तो फिल्मों में छोटे रोल करने लगीं
लता मंगेशकर के पिता शास्त्रीय संगीत के अच्छे ज्ञाता थे और कहा जाता है कि इसी लिए वह नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी फिल्मों में गाना गाए। 1942 में ही उनके पिता जी का देहांत हो गया था। इसके बाद परिवार की आर्थिक स्थिति और खराब हो गई। तब परिवार को इस संकट से उबारने के लिए लता मंगेशकर ने फिल्मों में छोटे-छोटे रोल निभाने शुरू कर दिए। 

लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में हुआ था। वह पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं। उनके पिता का नाम दीनानाथ मंगेशकर था। वह शास्त्रीय संगीतज्ञ और रंगमंच के मशहूर कलाकार थे। उनका देहांत वर्ष 1942 में हुआ था। इसके बाद बहन मीना, उषा और आशा तथा भाई ह्रदयनाथ मंगेशकर की परवरिश की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई। लता मंगेशकर ने करीब 30 हजार फिल्मों में गाना गया था। उन्हेंने अंतिम गाना वर्ष 2011 में सतरंगी पैराशूट गाया था। उन्होंने दस फिल्मों में गाना गाया, जिसमें बड़ी मां, जीवन यात्रा जैसी मशहूर फिल्में भी शामिल हैं।  

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