
नई दिल्ली। 29 दिनों तक मौत से जंग लड़ने के बाद लीजेंड्री सिंगर लता मंगेशकर (lata mangeshkar passes away) का रविवार सुबह निधन हो गया। भारत रत्न से सम्मानित दिग्गज गायिका लता मंगेशकर 92 वर्ष की थीं। उनके निधन की खबर मिलते ही बॉलीवुड समेत पूरे देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी। लता मंगेशकर कहती थीं - मैंने हमेशा जीवन से प्यार किया है, चाहे मेरी यात्रा में कितने भी उतार-चढ़ाव आए हों। आज जब उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा तो लोगों के दिलों में उनके प्रति प्यार और श्रद्धा उमड़ पड़ी। मोदी सरकार ने लता मंगेशकर की निधन पर दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बताया कि वे लता दीदी के अंतिम दर्शन के लिए कुछ देर बाद मुंबई रवाना होंगे।
राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार, आधा झुका रहेगा राष्ट्रीय ध्वज
प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जताते हुए कहा कि यह खालीपन नहीं भरा जा सकेगा। इस दौरान मोदी सरकार ने दो दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। लता मंगेशकर का पार्थिव शरीर आज उनके पेडार रोड स्थित आवास प्रभु कुंज में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक रखा जाएगा। शाम 4:30 बजे उनका पार्थिव शरीर मिलिट्री के वाहन में शिवाजी पार्क लाया जाएगा, जहां शाम 6:30 बजे उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। केंद्र सरकार ने लता मंगेशकर के निधन पर 2 दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। उन्हें सम्मान देने के लिए राष्ट्रीय ध्वज दो दिनों तक आधा झुका रहेगा।
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मल्टी आर्गन फेलियर से हुआ निधन
मुंबइ्र के ब्रीच कैंडी अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक उनकी मौत का कारण मल्टी ऑर्गेन फेलियर है। 29 दिनों से वो कोरोना से जंग लड़ रही थीं। उनकी सेहत में सुधार के लिए जगह-जगह यज्ञ और हवन हो रहे थे। शनिवार को उनकी तबीयत अधिक खराब हुई थी। शनिवार को उनकी बहन आशा भोसले भी उनका हालचाल लेने अस्पताल पहुंचीं थीं। इसके बाद महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की पत्नी भी अस्पताल पहुचीं थीं। देर रात केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने लता मंगेशकर के परिजनों से मुलाकात की और उन तक पीएम नरेंद्र मोदी का शुभकामना संदेश पहुंचाया।
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