राजकुमार राव, जाह्नवी कपूर और वरुण शर्मा स्टारर फिल्म 'रूही' को सिनेमाघरों में रिलीज किया जा चुका है। हॉरर कॉमेडी इस फिल्म में लोगों को इसकी कहानी तो नहीं बल्कि राजकुमार राव और वरुण शर्मा की एक्टिंग को याद किया जाएगा।
मुंबई. राजकुमार राव, जाह्नवी कपूर और वरुण शर्मा स्टारर फिल्म 'रूही' को सिनेमाघरों में रिलीज किया जा चुका है। हॉरर कॉमेडी इस फिल्म में लोगों को इसकी कहानी तो नहीं बल्कि राजकुमार राव और वरुण शर्मा की एक्टिंग को याद किया जाएगा। डायरेक्टर हार्दिक मेहता कहानी की सजावट को तो नहीं पेश कर पाए मगर एक्टर्स की एक्टिंग काफी दमदार रही है। ऐसे में आइए जानते हैं कैसी है फिल्म...
फिल्म की कहानी
फिल्म 'रूही' की कहानी एक ऐसी लड़की (जाह्नवी कपूर) की है, जो मल्टी पर्सनालिटी डिसऑर्डर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही है। इस तरह की बीमारी को हमारे देश में भूत-प्रेत से जोड़कर देखा जाता है और डायरेक्टर हार्दिक मेहता लोगों को अपनी फिल्म से यही समझना चाहते थे कि मल्टी पर्सनालिटी डिसऑर्डर को वैज्ञानिक नजरिए से देखना चाहिए, ना कि भूत-प्रेत के चश्मे से लेकिन फिल्म ये बताने से पहले ही भटक जाती है।
फिल्म की कहानी की शुरुआत बागड़पुर नाम की जगह से होती है, जहां बहराव पांडे (राजकुमार राव) और कटन्नी (वरुण शर्मा) नाम के दो क्राइम जर्नलिस्ट रहते हैं। ये दोनों जिस आदमी के लिए काम करते हैं, वो लड़कियों को किडनैप करके उनकी शादियां करवाता है। इस तरह की किडनैपिंग को बागड़पुर के लोग बुरा नहीं मानते क्योंकि यह अब उनकी परम्परा बन चुकी है। इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए राजकुमार राव और वरुण शर्मा जाह्नवी यानी की रूही नाम की लड़की को किडनैप कर लेते हैं। वो देखने में सामान्य तो नजर आती हैं मगर वो मल्टीपल डिसऑर्डर से जूझ रही होती है किडनैपिंग के बाद उसके अंदर की दूसरी पर्सनालिटी सामने आती है, जिसके बाद फिल्म की कहानी और कॉमेडी शुरू होती है।
क्या है इसकी खास बातें
फिल्म 'रूही' की सबसे खास बात राजकुमार राव और वरुण शर्मा की एक्टिंग है, जो खूब हंसाती है। इन दोनों की जुगलबंदी बेमिसाल है, जो इस फिल्म की जान है। राजकुमार राव और वरुण शर्मा के वनलाइनर्स कमाल के हैं। इनकी हर लाइन में पंच हैं, जिन्हें सुन चेहरे का खिलना लाजमी है। राजकुमार राव और वरुण शर्मा मंझे हुए कलाकार हैं और 'रूही' के 70 प्रतिशत हिस्से में इनकी शानदार एक्टिंग छायी रहती है।
'रूही' एक हॉरर कॉमेडी है, जिस कारण इसका बैकग्राउंड म्यूजिक अहम बन जाता है। फिल्म के सीन्स प्रभावी बनाने में इसका बड़ा योगदान है। 'रूही' में जहां डर लगना चाहिए, वहां वाकई डर लगता है और इसके लिए 'रूही' के साउंड डिपार्टमेंट की तारीफ होनी चाहिए।
क्या है इसमें खामियां?
फिल्म की सबसे बड़ी खामी इसका स्क्रीनप्ले है, जो फर्स्ट पार्ट के खत्म होते-होते बिखर जाता है। राजकुमार राव और वरुण शर्मा की शानदार एक्टिंग काफी हद तक फिल्म को संभालती है, लेकिन डायरेक्टर हार्दिक मेहता 'रूही' के माध्यम से जो मैसेज देना चाहते थे, वो अंत तक धुंधला पड़ जाता है। वहीं, फिल्म के कुछ सीन्स को क्रिएट करने में वीएफएक्स का सहारा लिया गया है। इन सीन्स को क्रिएट करने में कुछ और मेहनत की जा सकती थी, क्योंकि बड़ी स्क्रीन पर वीएफएक्स आर्टिस्ट्स की चोरी आसानी से नजर आ जाती है।
'रूही' को मिले 5 में से 2.5 स्टार
फिल्म 'रूही' में राजकुमार राव और वरुण शर्मा की एक्टिंग लगातार हंसाती है, लेकिन यह फिल्म अपना मैसेज सही पते तक नहीं पहुंचा पाती है। फिल्म ऐसी गंभीर बीमारी के बारे में बात करने आई है, जिसके प्रति समाज को जागरुक करने की जरूरत है लेकिन वो समझाने में नाकामायब रहती है। दिनेश विजान जिस हॉरर यूनिवर्स का सपना देख रहे हैं, उसमें रूही एक रुकावट की तरह आई है। मीडिया में 'रूही' को 2.5 स्टार मिल रहे हैं।