सुशांत सिंह राजपूत की मौत को करीब 3 महीने का वक्त होने जा रहा है, लेकिन करीबी इस बात पर अभी तक यकीन नहीं कर पा रहे हैं। सुशांत के परिवार के लोग और करीबी अभी भी सदमे से उबर नहीं पाए हैं। आज 5 सिंतबर को देशभर में सभी टीचर्स डे मना रहे हैं।
मुंबई. सुशांत सिंह राजपूत की मौत को करीब 3 महीने का वक्त होने जा रहा है, लेकिन करीबी इस बात पर अभी तक यकीन नहीं कर पा रहे हैं। सुशांत के परिवार के लोग और करीबी अभी भी सदमे से उबर नहीं पाए हैं। आज 5 सिंतबर को देशभर में सभी टीचर्स डे मना रहे हैं और अपने गुरुओं को याद कर रहे हैं। ऐसे में टीचर्ड के मौके पर सुशांत के टीचर्स ने उन्हें याद किया और कहा कि 'वो एक आज्ञाकारी शिष्य और इंट्रोवर्ट लड़के थे।'
टीचर्स ने किया सुशांत को याद
सुशांत के फैन्स की तरह उनके टीचर्स भी उनसे जुड़ी हर खबर पर नजर रख रहे हैं। वो भी चाहते हैं कि जल्द से जल्द सुशांत सिंह राजपूत केस का पर्दाफाश हो कि आखिर इस मामले की सच्चाई क्या है? सेंट करेंस हाई स्कूल के 2001 बैच के स्टूडेंट सुशांत को उनकी टीचर सुनीति बहादुर ने टीचर्स डे पर याद किया। वह उन्हें एक आज्ञाकारी शिष्य के रूप में याद करती हैं। वह बताती हैं, 'सुशांत तब बहुत अच्छा और इंट्रोवर्ट लड़का था। लेकिन जब भी स्पोर्ट्स में हिस्सा लेता था तो एक्सट्रोवर्ट भी शरमा जाते थे। बतौर स्टूडेंट वो उन्हें काफी पसंद करती थीं।'
स्कूल स्टाफ मानते हैं कि मर्डर हुआ है सुशांत का
वहीं, स्कूल में 30 साल से काम करने वाले मनोज कुमार का मानना है कि सुशांत का मर्डर हुआ है। उनके फिजिकल एजुकेशन के टीचर कहते हैं कि 'उनका ये देखकर खून खौल जाता है कि लोग कैसे इसको सूसाइड बताकर किनारा कर रहे हैं। उन्हें भरोसा है कि सच जल्द सामने आएगा।'
फिजिक्स की वजह से याद हैं सुशांत
सुशांत के एक जूनियर निखिल जॉन, जो कि अब हिंदी टीचर हैं, वह कहते हैं, 'मुझे सुशांत उनके फिजिक्स में इंट्रेस्ट और टाइम को लेकर कॉन्सेप्ट की वजह से याद हैं। हमारी दोस्ती 2011 में गहरी हुई जब मैं स्क्रिप्टराइटर के काम के लिए मुंबई गया था। उस वक्त सुशांत 'पवित्र रिश्ता' में काम कर रहे थे। सुशांत पहले मुझे पहचान नहीं पाए थे लेकिन जब उन्हें पता चला कि उनके स्कूल से हूं तो दोस्त बन गए।'
Happy Teacher's Day: School और Colleges बंद, लेकिन फिर भी ऐसे कर सकते हैं Celebrate