पेटेंट उल्लंघन के मामले में Apple को चुकाने होंगे 2200 करोड़ रुपए, कंपनी ने कहा - होगा कंज्यूमर्स को नुकसान

आईफोन (iPhone) बनाने वाली दिग्गज टेक कंपनी एप्पल (Apple) को एक तकनीक पेंटेंट मामले के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। कंपनी को इस मामले में पर्सनलाइज्ड मीडिया कम्युनिकेशन्स (PMC) को 30.85 करोड़ डॉलर (करीब 2234.84 करोड़ रुपए) चुकाने का निर्देश दिया गया है।

Asianet News Hindi | Published : Mar 21, 2021 8:46 AM IST

बिजनेस डेस्क। आईफोन (iPhone) बनाने वाली दिग्गज टेक कंपनी एप्पल (Apple) को एक तकनीक पेंटेंट मामले के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। कंपनी को इस मामले में पर्सनलाइज्ड मीडिया कम्युनिकेशन्स (PMC) को 30.85 करोड़ डॉलर (करीब 2234.84 करोड़ रुपए) चुकाने का निर्देश दिया गया है। अमेरिका के टेक्सास में एक फेडरल ज्यूरी ने यह फैसला सुनाया है। यह फैसला डिजिटल राइट्स मैनेजमेंट (Digital Rights Management) के पेटेंट उल्लघंन को लेकर सुनाया गया है। 

क्या है आरोप
पर्सनलाइज्ड मीडिया कम्युनिकेशन्स (PMC) ने यह आरोप लगाया था कि एप्पल ने फेयरप्ले (FairPlay) सहित उसके तकनीकी पेटेंट का उल्लंघन किया है। इसका इस्तेमाल एप्पल iTunes, App Store और एप्पल म्यूजिक एप्लिकेशन्स से एन्क्रिप्टेड कंटेंट के डिस्ट्रिब्यूशन के लिए करती है। वहीं, एप्पल ने इस फैसले पर कहा है कि इस तरह के मामले से कन्ज्यूमर्स को ही नुकसान होता है।

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एप्पल को चुकाने होंगे 24 करोड़ डॉलर
टेक्सास स्थित पीएमसी के एक एक्सपर्ट ने आकलन करके बताया है कि एप्पल को रॉयल्टी के तौर पर 24 करोड़ डॉलर (करीब 1738.61 करोड़ रुपये) चुकाने होंगे। 5 दिन तक चले ट्रायल के बाद ज्यूरी ने एप्पल को आदेश दिया कि वह पीएमसी को रॉयल्टी चुकाए जो आमतौर पर ब्रिकी और इस्तेमाल पर आधारित हैं।

एप्पल इसके खिलाफ करेगी अपील
एप्पल का कहना है कि वह ज्यूरी के इस फैसले के खिलाफ अपील करेगी। कंपनी ने एक बयान जारी करके कहा कि इस तरह के मामले में ऐसी कंपनियां होती हैं, जो कोई न तो कोई प्रोडक्ट बनाती हैं और न ही उनकी बिक्री करती हैं। वे सिर्फ इनोवेशन को खत्म करती हैं। एप्पल के मुताबिक, इससे नुकसान उपभोक्ताओं को होता है। बता दें कि यह याचिका करीब 6 साल पहले 2015 में दायर की गई थी, लेकिन एप्पल ने पेटेंट ट्रॉयल एंड अपील बोर्ड में पेटेंट की वैधता को चुनौती दी थी। इस पर बोर्ड ने फैसला दिया था कि कुछ पेटेंट दावे वैलिड नहीं हैं। हालांकि, साल 2020 में एक अमेरिकी अपील कोर्ट ने इस फैसले को पलट दिया, जिससे ट्रायल फिर शुरू हो गया।

गूगल जीत चुका है एक पेटेंट ट्रायल
बता दें कि पर्सनलाइज्ड मीडिया कम्युनिकेशन्स (PMC) ने कई पेटेंट उल्लंघन को लेकर गूगल और उसकी यूट्यूब सर्विस के खिलाफ भी याचिका दायर कर चुकी है। इसके अलावा, नेटफ्लिक्स के खिलाफ भी याचिका दायर की जा चुकी है। नवंबर 2020 में गूगल और उसकी यूट्यूब सर्विस को पेटेंट ट्रायल में जीत हासिल हुई। हालांकि, वीडियो स्ट्रीमिंग कंपनी नेटफ्लिक्स के खिलाफ मामला न्यूयॉर्क में अभी लंबित है।

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