फ्लिपकार्ट की सेल 12 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक चलेगी। हालांकि, फ्लिपकार्ट प्लस मेंबर इस सेल का एक्सेस आज शाम 8 बजे से ही कर रहे हैं। हाल ही में 29 सितंबर से 4 अक्टूबर तक भी फ्लिपकार्ट ने अपनी बिग बिलियन डेज फेस्टिव सेल निकाली थी और इसमें कंपनी ने जमकर सामान बेचा था। दीवाली सेल पर कई प्रोडक्ट पर 80 प्रतिशत तक की छूट मिल सकती है
नई दिल्ली. त्योहारों के इस सीजन में फ्लिपकार्ट एक बार फिर अपने ग्राहकों के लिए बिग दीवाली सेल लेकर आया है। ग्राहकों को लुभाने के लिए कई आकर्षक ऑफर्स रखे गए हैं। जिससे आप जमकर खरीदारी कर सकते हैं। फ्लिपकार्ट की यह सेल 12 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक चलेगी। हालांकि, फ्लिपकार्ट प्लस मेंबर इस सेल का एक्सेस आज शाम 8 बजे से ही कर रहे हैं। हाल ही में 29 सितंबर से 4 अक्टूबर तक भी फ्लिपकार्ट ने अपनी बिग बिलियन डेज फेस्टिव सेल निकाली थी और इसमें कंपनी ने जमकर सामान बेचा था।
इस सेल में कई प्रोडक्ट पर 80 प्रतिशत तक की छूट मिल सकती है। फ्लिपकार्ट बिग दीवाली सेल में लगभग सभी प्रोडक्ट पर भारी छूट दे रही है। इसके अलावा एसबीआई क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने पर ग्राहकों को इंस्टेंट 10 प्रतिशत तक का डिस्काउंट मिलेगा।
सेल में ये हैं ऑफर
बता दें कि इस सेल में आप कई प्रोडक्ट्स पर 80 फीसदी तक का डिस्काउंट ले सकते हैं। फ्लिपकार्ट के मुताबिक कई टीवी ब्रांड्स पर 75 फीसदी तक की छूट, इलेक्ट्रॉनिक्स और एसेसरीज़ पर 90 फीसदी तक की छूट ग्राहकों को मिलेगी। इसके अलावा कई दूसरी कैटेगरी में भी शानदार छूट मिल जाएगी। स्मार्टफोन के टॉप ब्रांड्स पर भारी छूट मिलेगी।
इन स्मार्टफोन्स पर भारी छूट
सेल के दौरान कंपनी ग्राहकों को रियलमी सी2, रेडमी नोट 7प्रो, रेडमी नोट 7एस, सैमसंग गैलेक्सी एस9 और रियलमी 5 जैसे स्मार्टफोन पर कई ऑफर दे रही है। सेल के दौरान ग्राहकों को नो-कॉस्ट ईएमआई ऑफर के अलावा एक्सचेंज पर कई तरफ के डिस्काउंट दिए जा रहे हैं।
अमेजन और फ्लिपकार्ट ने बेचा 19 हजार करोड़ का सामान
हाल ही में 29 सितंबर में अमेजन ने भी ग्रेट इंडियन शॉपिंग फैस्टिवल के दौरान जमकर सामान बेचा। सिर्फ 6 दिन में अमेजन और फ्लिपकार्ट ने 3 अरब डॉलर यानी करीब 19 हजार करोड़ रुपए की बिक्री की है। 2018 के मुकाबले ये करीब 30 फीसदी ज्यादा रही। रेड सीर की रिपोर्ट के मुताबिक इस बिक्री में सबसे बड़ी हिस्सेदारी मोबाइल फोन की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सामान खरीदने वालों में टियर-2 और उससे भी छोटे शहरों के लोग ज्यादा हैं।