कुछ एक्सपर्ट्स मान के चल रहे हैं कि कोरोना की वजह से दुनिया का सबसे बुरा दौर बीत चुका है। हालांकि अभी तमाम सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।
मुंबई। मंगलवार के दिन घरेलू शेयर बाजारों में तेजी नजर आई। हालांकि, शुरुआती बढ़त तिक नहीं पाई। कई देशों में कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन से राहत पर विचार किया जा रहा है। अमेरिका ने भी अपने कुछ राज्यों को बिजनेस को शुरू करने की छोत दे दी है।
आर्थिक गतिविधियों के शुरू होने का फायदा
यूरोपीय देशों ने भी आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए छूट का एलान किया है। कुछ एक्सपर्ट्स मान के चल रहे हैं कि कोरोना की वजह से दुनिया का सबसे बुरा दौर बीत चुका है। हालांकि अभी तमाम सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। दुनिया की आर्थिक गतिविधियों में तेजी का असर भारतीय बाजार में भी नजर आया।
मंगलवार को सुबह 9.30 बजे, बीएसई सेंसेक्स 187 पॉइंट तक की मजबूती के साथ 31,930 के स्तर पर रिकॉर्ड हुआ। 32,114.52 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स भी 59 पॉइंट की बढ़त के साथ 9,341 पर कारोबार करता दिखा। निफ्टी 9380.90 पर बंद हुआ। सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में भी बढ़िया तेजी दर्ज हुई थी।
नेस्डेक कंपोजिट 1.11 प्रतिशत की छलांग लगाकर बंद हुआ। बीएसई मिडकैप इंडेक्स, स्मॉलकैप इंडेक्स, बीएसई बैंकेक्स, वित्त इंडेक्स और ऑटो इंडेक्स ऊपर चढ़ा। जबकि एफएमसीजी, टेलीकॉम, हेल्थकेयर और एनर्जी इंडेक्स में गिरावट देखी गई।
काफी कम हुई तेल की मांग
अमेरिकी क्रूड का भाव 14.24 प्रतिशत नीचे गिरकर कर $10.96 प्रति बैरल तक फिसल गया, जबकि ब्रेंट क्रूड का भाव भी 4.05 प्रतिशत गिरकर $19.18 प्रति बैरल पर पहुंच गया। इन्टरनेशनल मार्केट में तेल की मांग काफी कम हो गई है। सोमवार को विदेशी पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स ने भारतीय शेयर बाजार से निकासी का सिलसिला जारी रखा। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1141.97 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।