होमगार्ड और उसकी बेटी ने किया कमाल, मां-बेटी की जोड़ी ने पास की पीयूसी परीक्षा

मंगलुरू में होमगार्ड मां औऱ बेटी को पीयूसी एग्जाम पास करने पर होमगार्ड कार्यालय में सम्मानित किया गया। 45 वर्षीय होमगार्ड ने 2022-23 में ये परीक्षा पास की है। 

Yatish Srivastava | Published : May 22, 2023 3:48 PM IST

एजुकेशन डेस्क। मंगलुरूमें होमगार्ड और उसकी ने कमाल किया है। दोनों मां और बेटी ने 2022-23 एकेडमिक ईयर में  सेकेंड प्री यूनिवर्सिटी परीक्षा (PUC) पास की है। उनकी इस सक्सेस पर मंगलुरु जिला होमगार्ड कार्यालय में दोनों मां-बेटी की जोड़ी को सम्मानित किया गया। 45 वर्षीय होमगार्ड को फूल माला पहनाकर सम्मानित किया गया।

गीता और तृषा ने पाई सफलता
होमगार्ड गीता और उसकी बेटी तृषा ने दो साल पहले एसएसएलसी परीक्षा एक साथ पास की थी। गीता 12 वर्षों से होम गार्ड्स की सुलिया इकाई में तैनात हैं। गीता के पिता रमेश राजमिस्त्री हैं। गीता के पति रमेश का कोरोना के दौरान एक्सीडेंट हो गया था। इसके बाद से वह भारी काम नहीं कर पा रहा था।

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दो बड़ी बेटियां भी पीयूसी पास 
दो बड़ी बेटियों ने भी पीयूसी पूरी कर ली है। एक बेटी निजी कंपनी में काम कर रही है,  जबकि दूसरी कंप्यूटर कोर्स कर रही है और सुलिया में ही रह रही है। तृषा इस एकेडमिक ईयर में सुलिया से बीकॉम करने जा रही है। गीता के दो बेटे 10वीं और 9वीं क्लास में हैं।

गीता ने बताया कि पति के घायल हो जाने के बाद गुजारा करना मुश्किल हो गया था। हालांकि होमगार्ड की नौकरी में कुछ मानदेय मिल जाता था. गीता ने बताया कि महीने में 15 दिन ही ड्यूटी लग पाती थी। ऐसे में ड्यूटी के हिसाब से ही मानदेय मिलता था।

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होमगार्ड कार्यालय में हुआ सम्मान
गीता का होमगार्ड कार्यालय में सम्मान किया गया. होम गार्ड्स दक्षिण कन्नड़ जिला कमांडेंट मुरली मोहना चूनथारु ने गीता को जिला होमगार्ड की एसेट बताया। पांच बच्चों को पढ़ाने और पालने के खुद भी शिक्षा हासिल करना अपने आप में सराहनीय है। मुस्तैदी के साथ होमगार्ड की ड्यूटी करने के साथ घर और परिवार को संभालना बड़ी बात है। 

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