IIT मद्रास ने मेड इन इंडिया ऑपरेटिंग सिस्टम में डेवलप किया Bharos, 10 फोटो में जानिए क्या है 'भरोस' लॉन्च करने का मकसद
एजुकेशन डेस्क। IIT-Madras ने भारत में मोबाइल फोन यूजर्स को फायदा पहुंचाने के मकसद से मेड इन इंडिया मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम, 'भरोस' विकसित किया है। पहले यह उन्हें दिया जा रहा, जिन्हें गोपनीयता-सुरक्षा की जरूरत है। तस्वीरों में समझते हैं पूरा मामला।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी IIT मद्रास ने सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए एक मेड इन इंडिया मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित किया है।
यह ऑपरेटिंग सिस्टम 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में योगदान के तौर पर 'भरोस' भारत के 100 करोड़ मोबाइल फोन यूजर्स को फायदा पहुंचा सकता है।
IIT मद्रास ने भारतीय मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की घोषणा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए की है। 'भरोस सेवा' वर्तमान में उन संगठनों को प्रदान की जा रही है जिनके लिए गोपनीयता और सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण हैं और जहां यूजर्स गोपनीय सूचनाओं की संवेदनशील जानकारी संभालते हैं।
इस ऑपरेटिंग सिस्टम को JandK Operations Private Limited (JandKops) की ओर से विकसित किया गया है।
बता दें कि JandKops को IIT Madras Pravartak Technologies Foundation द्वारा विकसित किया गया है।
भारतीय ऑपरेटिंग सिस्टम BharOS में BharOS No Default Apps (NDA) जैसी महत्वपूर्ण विशेषताएं हैं, जो यजूर्स को उन ऐप्स का उपयोग करने में सक्षम बनाती हैं, जिनसे वे परिचित हैं या जिन पर उन्हें भरोसा है।
इसके अलावा, यह दृष्टिकोण यूजर्स को उन अनुमतियों पर ज्यादा नियंत्रण रखने की अनुमति भी देता है, जो उनके डिवाइस पर ऐप के पास हैं, क्योंकि वे केवल उन ऐप को अनुमति देना सेलेक्ट कर सकते हैं, जिन पर वे अपने डिवाइस पर कुछ सुविधाओं या डेटा तक पहुंचने के लिए भरोसा करते हैं।
भरोस संगठन-विशिष्ट निजी ऐप स्टोर सेवाओं से विश्वसनीय ऐप तक पहुंच प्रदान करता है। एक PASS उन ऐप की क्यूरेटेड सूची तक पहुंच हासिल करता है, जिन्हें पूरी तरह से जांचा-परखा गया है और संगठनों के कुछ सुरक्षा और गोपनीयता मानकों को पूरा किया गया है।
IIT मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी. कामकोटि ने कहा कि भरोस सर्विस एक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है, जो भरोसे की बुनियाद पर बनाया गया है। इसमें यूजर्स को उनकी जरूरत के हिसाब से ऐप चुनने और इस्तेमाल करने की ज्यादा आजादी, नियंत्रण और फ्लेक्सिबिलिटी देने पर ध्यान दिया गया है।
यह बिल्कुल नई प्रणाली मोबाइल यूजर्स को अपने मोबाइल उपकरणों पर सुरक्षा और गोपनीयता के बारे में सोचने के तरीके में क्रांति लाने का वादा भी करती है।