
IPS Anjana Krishna Success Story: महाराष्ट्र के सोलापुर से हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार और महिला आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा के बीच बहस होती नजर आई। इस घटना के बाद से अंजना कृष्णा अचानक चर्चा में आ गईं और लोग उनके बारे में जानने को उत्सुक हो गए। जानिए कौन हैं ये तेजतर्रार आईपीएस अफसर अंजना कृष्णा, जिनकी ईमानदारी और सख्ती की अब खूब बातें हो रही हैं?
अंजना कृष्णा का जन्म केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में हुआ। वे मलयंकीजू की रहने वाली हैं। उनके पिता विजू एक छोटे व्यापारी हैं, जबकि उनकी मां सीना कोर्ट में टाइपिस्ट की नौकरी करती हैं। आम परिवार से आने वाली अंजना ने अपने संघर्ष और मेहनत से ये मुकाम हासिल किया है।
अंजना ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सेंट मैरीज सेंट्रल स्कूल, पूजप्पुरा से पूरी की। आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने HHMSPB NSS कॉलेज फॉर वुमेन, नीरमनकारा (तिरुवनंतपुरम, यूनिवर्सिटी ऑफ केरल) में एडमिशन लिया और यहां से गणित में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। पढ़ाई के दौरान ही उन्हें सिविल सर्विसेज में जाने की प्रेरणा मिली।
कक्षा 12 के दौरान ही अंजना कृष्णा ने तय कर लिया था कि उन्हें सिविल सर्विसेज में जाना है। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने पूरी तैयारी के साथ यूपीएससी की परीक्षा दी। वे इंग्लिश मीडियम से परीक्षा में उतरीं और अपने मलयालम लिटरेचर को वैकल्पिक विषय (Optional Subject) के तौर पर चुना। साल 2022-23 की यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने AIR 355 हासिल की और आईपीएस बन कर सिविल सर्विसेज में आने का अपना सपना पूरा किया।
वर्तमान समय में अंजना कृष्णा महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के करमाला में डीएसपी के पद पर तैनात हैं। अपनी सख्त छवि और ईमानदारी के कारण वे लोगों के बीच तेजी से पहचान बना रही हैं।
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अंजना कृष्णा पढ़ाई के दौरान एक प्रमुख मलयालम डेली में इंटर्न रिपोर्टर भी रह चुकी हैं। उनकी सादगी और जुझारूपन उन्हें और भी खास बनाता है। वे हमेशा से मानती हैं कि सिविल सर्विसेज में जाकर ही समाज के लिए बड़े पैमाने पर बदलाव लाया जा सकता है। अंजना कृष्णा की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो छोटे शहरों और साधारण परिवारों से निकलकर बड़े सपने देखते हैं। उनकी मेहनत और समर्पण यह साबित करते हैं कि अगर इरादे मजबूत हों तो हर मंजिल हासिल की जा सकती है।
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