Muhavare in Hindi: कठिन मुहावरे हमारी भाषा को समृद्ध बनाते हैं और भावनाओं को गहराई से व्यक्त करते हैं। परीक्षाओं में भी इनका महत्व है। आइए जानें कुछ महत्वपूर्ण मुहावरों के अर्थ और उनके उपयोग।
Muhavare in Hindi: कठिन मुहावरे हमारी भाषा को सशक्त और प्रभावशाली बनाते हैं। ये सिर्फ शब्दों का खेल नहीं, बल्कि भावनाओं, अनुभवों और परिस्थितियों को गहराई से व्यक्त करने का माध्यम हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में ऐसे मुहावरे अक्सर पूछे जाते हैं, जो न केवल भाषा की समझ को परखते हैं, बल्कि हमारी सोचने-समझने की क्षमता को भी दर्शाते हैं। जानिए कुछ कठिन और महत्वपूर्ण मुहावरों के अर्थ और उनके विस्तृत विवरण, ताकि आप इन्हें बेहतर तरीके से समझ सकें और अपनी भाषा-ज्ञान को और भी धारदार बना सकें।
मुहावरे का अर्थ: किसी काम को पूरा करने के लिए पूरी ताकत और संसाधनों का इस्तेमाल करना। यह मुहावरा बताता है कि व्यक्ति जब किसी लक्ष्य को पाने के लिए हर संभव प्रयास करता है और कठिनाई की परवाह किए बिना उसे पूरा करने की कोशिश करता है। जैसे, "अभ्यर्थी ने परीक्षा में सफल होने के लिए आकाश-पाताल एक कर दिया।"
मुहावरे का अर्थ: किसी स्वादिष्ट चीज को देखकर खाने की तीव्र इच्छा होना। यह मुहावरा किसी व्यक्ति की लालसा को दर्शाने के लिए इस्तेमाल होता है, विशेष रूप से भोजन के संदर्भ में। जैसे, "गर्म-गर्म जलेबियों को देखकर मुंह में पानी भर आया।"
मुहावरे का अर्थ: किसी की सहायता या समर्थन करना। यह मुहावरा उन स्थितियों के लिए है जब कोई बड़ा व्यक्ति छोटे या कमजोर व्यक्ति को सहारा देता है। जैसे, "गुरुजी ने मेरे सिर पर हाथ रखा, तभी मैं आज इस मुकाम तक पहुंचा।"
मुहावरे का अर्थ: बहुत कठिनाई या परेशानी का सामना करना। जब कोई कठिन परिस्थिति किसी को हिला देती है या उसे असहनीय कष्ट देती है, तब यह मुहावरा प्रयोग होता है। जैसे, "परीक्षा की तैयारी के दौरान इतने कठिन सवाल आए कि नानी याद आ गई।"
मुहावरे का अर्थ: पछतावे के अलावा कुछ न कर पाना। जब कोई अवसर हाथ से निकल जाए और उसके बारे में सोचकर इंसान पछताए, तो इस मुहावरे का इस्तेमाल होता है। जैसे, "देर से स्टेशन पहुंचा, ट्रेन छूट गई, और मैं हाथ मलते रह गया।"
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