आप जानते हैं "आगे नाथ न पीछे पगहा" का मतलब? 6 मुहावरों में है जिंदगी की सच्चाई

कंपीटिटिव एग्जाम्स और रोजमर्रा की बातचीत में मुहावरों का बड़ा महत्व है। जानिए कुछ खास मुहावरों के अर्थ और उनका सही इस्तेमाल कैसे करें।

Anita Tanvi | Published : Oct 20, 2024 10:23 AM IST

कंपीटिटिव एग्जाम्स में सफलता पाने के लिए केवल विषयों का गहरा ज्ञान ही नहीं, बल्कि भाषा की समझ भी बेहद जरूरी होती है। इसमें मुहावरे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि वे भाषा को जीवंत और अभिव्यक्तिपूर्ण बनाते हैं। मुहावरे न केवल परीक्षा के लिए जरूरी होते हैं, बल्कि हमारे दैनिक जीवन में भी इनका उपयोग हमें कुशलता से संवाद करने में मदद करता है। इस लेख में हम कुछ प्रमुख मुहावरों और उनके विस्तृत अर्थों को समझेंगे, जो अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। ये न केवल आपकी तैयारी में मदद करेंगे बल्कि आपकी भाषा को भी समृद्ध बनाएंगे।

मुहावरा- "आगे नाथ न पीछे पगहा"

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मुहावरे का अर्थ: पूरी तरह से स्वतंत्र होना, किसी प्रकार की जिम्मेदारी या रोक-टोक न होना। जब किसी व्यक्ति के पास कोई भी जिम्मेदारी या उत्तरदायित्व नहीं होता और वह स्वतंत्र होता है, तब इस मुहावरे का प्रयोग होता है। इसका मतलब है कि व्यक्ति बिना किसी बंधन के है और उसे कोई नियंत्रित नहीं कर रहा है।

मुहावरा- "चूड़ी पहनना"

मुहावरे का अर्थ: कायरता या कमजोरी दिखाना। जब कोई व्यक्ति साहस नहीं दिखाता या अपनी जिम्मेदारियों से भागता है, तब यह मुहावरा प्रयोग किया जाता है। इसका मतलब है कि अपनी कायरता या डर को प्रदर्शित करना।

मुहावरा- "राई का पहाड़ बनाना"

मुहावरे का अर्थ: छोटी सी बात को बहुत बड़ा बना देना। जब कोई व्यक्ति किसी छोटी सी समस्या या घटना को बहुत बड़ा और गंभीर बना देता है, तब यह मुहावरा प्रयोग किया जाता है। इसका मतलब है मामूली बात को अनावश्यक रूप से बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत करना।

मुहावरा- "मुंह की खाना"

मुहावरे का अर्थ: असफल होना या हार जाना। यह मुहावरा उस समय प्रयोग किया जाता है जब कोई व्यक्ति किसी काम में असफल हो जाता है या उसे हार का सामना करना पड़ता है। इसका मतलब है कि उसने कोशिश की लेकिन परिणाम उसके खिलाफ गया, जिससे उसे शर्मिंदगी उठानी पड़ी।

मुहावरा- "हाथ मलना"

मुहावरे का अर्थ: पछताना या बेबसी महसूस करना। जब कोई व्यक्ति किसी गलती या नुकसान के बाद कुछ नहीं कर सकता और केवल पछताने के सिवाय उसके पास कोई विकल्प नहीं रहता, तब इस मुहावरे का उपयोग किया जाता है। इसका मतलब है कि व्यक्ति हाथ मलकर पछता रहा है लेकिन कुछ कर नहीं सकता।

मुहावरा- "कलेजे पर सांप लोटना"

मुहावरे का अर्थ: अत्यधिक जलन या ईर्ष्या महसूस करना। जब किसी व्यक्ति को किसी अन्य की सफलता या अच्छे भाग्य से जलन होती है, तो इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। जैसे, अगर किसी व्यक्ति के पड़ोसी को अचानक बहुत बड़ी सफलता मिल जाए और वह व्यक्ति इसे सहन न कर पाए, तो कहा जाता है कि "उसके कलेजे पर सांप लोट रहा है।"

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