
US Student Visa Rules 2025: अमेरिका जाने वाले इंटरनेशनल स्टूडेंट्स छात्रों के लिए बड़ी खबर है। अमेरिकी विदेश विभाग ने हाल ही में वीजा नियमों में बदलाव किया है। अब से विदेशी छात्र या कोई भी गैर-इमिग्रेशन वीजा आवेदनकर्ता तीसरे देशों में तेज इंटरव्यू मिलने का फायदा नहीं उठा पाएंगे। इसका मतलब है कि भारतीय छात्रों को अब अमेरिका का स्टूडेंट वीजा केवल भारत में ही अप्लाई करना होगा। अमेरिकी विदेश विभाग की आधिकारिक सूचना में कहा गया है, गैर-इमिग्रेशन वीजा (Non-Immigrant Visa) के लिए आवेदन करने वाले अब अपने देश की अमेरिकी दूतावास या कांसुलेट में ही इंटरव्यू शेड्यूल करेंगे। यदि कोई आवेदक अपने निवास देश में आवेदन करने की योग्यता साबित नहीं कर सकता, तो उसे वीजा नहीं मिलेगा।
पहले महामारी के समय यह प्रैक्टिस थी कि भारतीय छात्र सिंगापुर, थाईलैंड, जर्मनी या ब्राजील जैसे तीसरे देशों में वीजा इंटरव्यू करवा सकते थे। इसका फायदा यह था कि अपने देश में लंबी अपॉइंटमेंट की लाइन से बचा जा सके। लेकिन अब यह सुविधा पूरी तरह खत्म हो गई है। अमेरिकी प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि कोई छात्र अपने निवास देश के बाहर वीजा इंटरव्यू कराने का प्रयास करता है, तो वीजा पाना मुश्किल होगा। जमा किया गया फीस वापस नहीं मिलेगा और ट्रांसफर नहीं किया जा सकेगा अपॉइंटमेंट मिलने में बहुत लंबा समय लग सकता है
यह नया नियम सभी स्टूडेंट वीज़ा (F-1), विजिटर वीजा (B1 और B2) और वर्क वीजा (H-1B, O-1) पर लागू होगा। लेकिन कुछ वीजा कैटेगरी के लिए यह नियम लागू नहीं है, जिसमें-
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नए नियम के बाद, भारतीय छात्र अब सिर्फ भारत में ही आवेदन कर पाएंगे, जहां अपॉइंटमेंट वेटिंग पहले से ही लंबी है-
विद्यार्थियों को सलाह दी जा रही है कि वे, जल्दी से जल्दी अपने डॉक्यूमेंट तैयार करें। अपने क्षेत्र के अमेरिकी दूतावास या कांसुलेट की वेबसाइट पर अपॉइंटमेंट चेक करते रहें। वीजा फीस और इंटरव्यू प्रक्रिया को समय पर पूरा करें। इस बदलाव का सीधा असर उन छात्रों पर होगा, जो विदेश में पढ़ाई या वर्क करने के लिए अमेरिका जा रहे हैं। तैयारी में देरी न करें, ताकि लंबी वेटिंग और कठिनाइयों से बचा जा सके।
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