जानिए क्या है जापान मेरिटाइम सेल्‍फ डिफेंस फोर्स, जिसका मेंबर रह चुका है पूर्व पीएम शिंजो आबे का हमलावर

पुलिस पूछताछ में अब तक जो खुलासा हुआ है, उसके मुताबिक जापान के पूर्व प्रधानमंत्री पर गोलियां चलाने वाले शूटर ने बताया है कि वह किसी बात को लेकर शिंजो आबे से नाराज था। इसी के चलते वह उनकी हत्या करना चाहता था। 

Asianet News Hindi | Published : Jul 8, 2022 7:37 AM IST / Updated: Jul 08 2022, 02:35 PM IST

करियर डेस्क : जापान (Japan) के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) पर शुक्रवार 8 जुलाई, 2022 को एक कैंपेन इवेंट में हमला हुआ। हमला सुबह 11.30 बजे उस वक्त हुआ जब शिंजो पश्चिमी क्षेत्र नारा में रविवार को होने वाले उच्च सदन चुनाव से पहले भाषण दे रहे थे। स्थानीय मीडिया के मुताबिक पूर्व पीएम पर दो गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी। हमलावर ने पीछे से फायरिंग की। एक गोली शिंजो आबे की बाईं छाती पर लगी है और दूसरी उनकी गर्दन पर। इससे वो बुरी तरह घायल हो गए थे और इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। पुलिस ने हमलावर को अरेस्ट कर लिया है। 

JMSDF फोर्स का पूर्व सदस्य है हमलावर
शिंजो आबे पर हमला करने वाले शख्स की उम्र करीब 42 साल बताई जा रही है। उसका नाम यामागामी तेत्सुया है। वह जापान मेरिटाइम सेल्‍फ डिफेंस फोर्स (JMSDF) का सदस्य रह चुका है। इसके अलावा वह एक स्‍थानीय यूनिवर्सिटी में असिस्‍टेंट प्रोफेसर भी रह चुका है। उसने आबे पर हैंडमेड बंदूक से हमला किया है। इस बंदूक को वह काले टेप से लपेटकर लाया था। शूटर को यह बंदूक कहां से मिली, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। बता दें कि जापान में शॅार्ट बैरल शॉटगन पाने के लिए लाइसेंस पाना बेहद कठिन है, इसलिए यह सवाल भी बड़ा है कि उसे बंदूक कहां से मिली?

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जापान मेरिटाइम सेल्‍फ डिफेंस फोर्स क्या है
शिंजो आबे पर हमलावर JMSDF यानी जापान मैरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स का पूर्व सदस्य है। यह फोर्स जापान की नौसेना का ही रूप है। यह जापान आत्मरक्षा बलों की समुद्री युद्ध शाखा (Maritime Warfare Branch) है। जब दूसरा विश्व युद्ध (Second World War) खत्म हो गया था, तब इंपीरियल जापानी नौसेना को हटाकर इस फोर्स (Japan Maritime Self-Defense Force) का गठन किया गया था। इस वक्त JMSDF के पास 154 जहाज, 346 विमान और 50 हजार 800 कर्मचारी हैं।

क्या काम करता है JMSDF
JMSDF मुख्यत: तीन लक्ष्य पर काम करता है। पहला जापान और आसपास के क्षेत्रों की सुरक्षा करना। दूसरा समुद्री यातायात की सुरक्षा करना और जरूरी सुरक्षा का घेरा बनाए रखना यानी ऐसा वातावरण बनाए रखना जिससे सुरक्षा का घेरा मजबूत हो सके। शिंजो आबे का हमलावर इसी फोर्स में काम कर चुका है।

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