इस साल 68.81 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए हैं। कला में रीवा की खुशी सिंह ने 500 में से 486 अंक लेकर टॉप किया है। बोर्ड की 12वीं की परीक्षा देने वाले सभी स्टूडेंट्स बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in, mpresults.nic.in और mpbse.mponline.gov.in पर नतीजे देख सकते हैं।
करियर डेस्क. MP Board MPBSE 12th Result 2020: एमपी बोर्ड 12वीं रिजल्ट, 2020 का रिजल्ट जारी हो गया है। मध्य प्रदेश बोर्ड की 12वीं क्लास का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। परिणाम सोमवार 27 जुलाई यानी आज दोपहर 3 बजे के करीब जारी किया गया। इसी के साथ लंबे समय से रिजल्ट की राह देख रहे साढ़े 8 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स का इंतजार भी खत्म हो गया। इस साल 68.81 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए हैं। कला में रीवा की खुशी सिंह ने 500 में से 486 अंक लेकर टॉप किया है।
एमपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा देने वाले सभी स्टूडेंट्स बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in, mpresults.nic.in और mpbse.mponline.gov.in पर नतीजे देख सकते हैं। पिछले साल एमपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में 72.37 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए थे।
रिजल्ट की खास बातें
- कुल परिणाम 68.81 प्रतिशत रहा
- रीवा की खुशी सिंह ने 500 में से 486 अंकों के साथ टॉप किया।
- पिछले साल 72.37 प्रतिशत था रिजल्ट
-इस साल लड़कियों का पास प्रतिशत 73.40 रहा
लड़कों का पास प्रतिशत 64.66 रहा
- 277750 स्टूडेंट्स प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण
- 161544 द्वितीय श्रेणी में पास
- 14704 तृतीय श्रेणी में सफल
लड़कियों ने मारी बाजी
पिछले साल की तरह इस बार भी एमपी बोर्ड की 12वीं क्लास के रिजल्ट में लड़कियों का ही दबदबा रहा। इस साल 73.40 फीसदी लड़कियां सफल हुईं, वहीं लड़कों का पास प्रतिशत 64.66 रहा।
पिछले साल से -3.56 प्रतिशत कम रहा रिजल्ट
एमपी बोर्ड 12वीं में पिछले साल कुल पास प्रतिशत 72.37 दर्ज किया गया था. मगर इस बार ये कम होकर 68.81 प्रतिशत तक सिमटकर रह गया। मध्य प्रदेश बोर्ड की 12वीं क्लास के नतीजों में गिरावट का ये अंतर -3.56 फीसदी का रहा।
8.50 लाख से ज्यादा ने दी परीक्षा
एमपी बोर्ड की 12वीं क्लास की परीक्षा में इस बार प्रदेश के साढ़े आठ लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया था। इस बार कोरोना वायरस की वजह से परीक्षाएं दो हिस्सों में आयोजित की गईं थीं।12वीं की परीक्षाओं की शुरुआत 2 मार्च से हुई थी, लेकिन कोरोना वायरस के चलते 19 मार्च तक वैकल्पिक विषयों समेत 17 विषयों के एग्जाम ही आयोजित किए गए। बाद में बची परीक्षाएं 9 से 16 जून तक कराई गईं।