इस दिन होगी यूपी बोर्ड 10वीं-12वीं की परीक्षा तारीखों की घोषणा, 15 जनवरी से होंगे प्री-बोर्ड एग्जाम

इससे पहले सीबीएसई बोर्ड (CBSE board Exam 2021) की परीक्षाओं की तिथियों को ऐलान हो चुका है। 4 मई से जुलाई तक सीबीएसई की परीक्षा चलेंगी। 15 जुलाई को रिजल्ट घोषित किया जाएगा।  

Asianet News Hindi | Published : Jan 2, 2021 8:30 AM IST / Updated: Jan 02 2021, 02:50 PM IST

करियर डेस्क. UP Board Exam 2021: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं की तारीखें इसी महीने घोषित की जाएगी। 14 जनवरी की बैठक के बाद परीक्षा की तारीखों पर फैसला आ सकता है। छात्र परीक्षा से जुड़ी जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करते रहें। 

इससे पहले सीबीएसई बोर्ड (CBSE board Exam 2021) की परीक्षाओं की तिथियों को ऐलान हो चुका है। 4 मई से जुलाई तक सीबीएसई की परीक्षा चलेंगी। 15 जुलाई को रिजल्ट घोषित किया जाएगा।  

पंचायत चुनाव के बाद होंगी परीक्षा

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं अप्रैल 2021 में हो सकती हैं। कहा जा रहा है कि 14 जनवरी 2021 को होने वाली बैठक में एग्जाम डेट्स पर कोई अंतिम फैसला लिया जायगा। उत्तर प्रदेश  में ग्राम पंचायत कार्यकाल समाप्त हो गया है। ऐसे में 31 मार्च 2021 को पंचायत चुनावों खत्म होने के बाद ही यूपी बोर्ड परीक्षाएं करवाई जाएंगी।

जनवरी में होंगी प्री-बोर्ड परीक्षाएं 

10वीं और 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाएं इसी महीने जनवरी में होंगी। परीक्षाओं का आयोजन 15 जनवरी 2021 से किया जाएगा। दोनों ही कक्षाओं में प्री-बोर्ड परीक्षाएं 25 जनवरी 2021 तक चलेंगी। इन कक्षाओं के लिए विषयवार परीक्षाओं की तिथियों की घोषणा संबंधित विद्यालय द्वारा ही की जाएगी। 

प्री-बोर्ड परीक्षाओं की आंसर शीट्स का मूल्यांकन सभी विद्यालयों को 30 जनवरी 2021 तक पूरा करना होगा। इसके बाद स्कूलों को प्री बोर्ड परीक्षाओं में स्कूल के टॉपर्स की लिस्ट जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में जमा करनी होगी।

बढ़ाई जाएगी एग्जाम सेंटर्स की संख्या

इस बार बोर्ड परीक्षा के एग्जाम सेंटरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इस बार एक कक्ष में एक ही निरीक्षक नियुक्त किये जायेंगे। राज्य शिक्षा विभाग ने बताया है कि बोर्ड को कोरोना वायरस महामारी के चलते सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा केंद्रों की संख्या काफी बढ़ानी पड़ी है। ऐसे में निरीक्षक ड्यूटी के लिए शिक्षकों की कमी पैदा हो गई है। साथ ही क्लास में एक ही टीचर मौजूद होना है इससे भी समस्याएं आ रही हैं। 

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