WHO की चेतावनीः मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग में न बरते लापरवाही, एशिया में हालात हो रहे बेहद खराब

विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम गेब्येयियस ने कोरोना को लेकर बड़ा बयान दिया है। डब्ल्यूएचओ ने चेताया है कि कोरोना काफी लंबे समय तक रहने वाला है। वैक्सीनेशन के बावजूद लोगों को मास्क का अनिवार्य प्रयोग करना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में किसी प्रकार का समझौता न किया जाए।

Asianet News Hindi | Published : Apr 14, 2021 9:34 AM IST / Updated: Apr 14 2021, 03:56 PM IST

विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम गेब्येयियस ने कोरोना को लेकर बड़ा बयान दिया है। डब्ल्यूएचओ ने चेताया है कि कोरोना काफी लंबे समय तक रहने वाला है। वैक्सीनेशन के बावजूद लोगों को मास्क का अनिवार्य प्रयोग करना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में किसी प्रकार का समझौता न किया जाए।

एशिया में खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा कोरोना

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने चिंता जताई है कि कोरोना वैक्सीनेशन के बाद भी तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है। एशिया और मध्य पूर्व के देशों में महामारी चिंताजनक स्थिति में है। दुनियाभर के लोगों को करीब 78 करोड़ वैक्सीन लगाया जा चुका है लेकिन संक्रमण के मामलों में कमी आने की बजाय तेजी देखी जा रही है। 

कोविड का बढ़ रहा दायरा

डब्ल्यूएचओ के टेक्निकल लीड मारिया वन कर्खाेवे ने बताया कि कोविड 19 का दायरा बढता ही जा रहा है। पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर काफी खतरनाक और तेजी से फैल रहा। 

यूरोपियन देशों में दस लाख से अधिक मौतें

कोरोना की दूसरी लहर ने 52 यूरोपियन देशों में काफी कहर बरपाया है। यहां अभी तक 10 लाख 288 लोगों की जान जा चुकी है। 

डब्ल्यूएचओ ने कहा सिर्फ वैक्सीनेशन ही नहीं इनका भी पालन करें

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस साल के कोरोना आंकड़ों के बारे में बात करते हुए बताया कि लगातार चार हफ्तों से कोरोना से मौतों का ग्राफ बढ़ रहा है। जनवरी और फरवरी में मौतों का ग्राफ काफी कम रहा। लेकिन इसके बाद से यह बढ़ना प्रारंभ हुआ। तेजी से स्थितियां बिगड़ने लगी है।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने सुझाव दिया कि केवल वैक्सीनेशन पर ही जोर न हो। लोगों को मास्क अनिवार्य रूप से पहनना होगा, एक दूसरे से दूरी बनाए रखे, साफ-सफाई, टेस्टिंग, ट्रेसिंग और पाॅजिटिव आने पर खुद का आईसोलेशन बेहद जरुरी है। संक्रमण रोकने के हर उपाय पर जोर देना होगा तभी जीवन बचाया जा सकता है। 

दोगुना तेजी से फैला संक्रमण

दुनिया के देशों में कोरोना दुगुनी तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा। कोरोना का पीक 8 जनवरी को आया था। इस दिन 8.45 लाख लोग पाॅजिटिव मिले थे। लेकिन 21 फरवरी को काफी राहत देने वाली सूचना आई। इस दिन 3.22 लाख केस ही मिले। लेकिन 11 अप्रैल को फिर यह तेजी पकड़ने लगा। 11 अप्रैल को 6.32 लाख मामले मिले। 
दुनिया में अबतक 13.72 करोड़ लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 29.59 लाख मौतें हो चुकी है। 11.04 करोड़ लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं। 2.37 करोड़ में संक्रमण के हल्के लक्षण मिले हैं जबकि 1.03 लाख गंभीर रूप से बीमार हैं।
 

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