अफगानिस्तान के चुनाव आयोग ने मतपत्रों की फिर से गिनती शुरू करने की कोशिश की लेकिन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने यह कहते हुए इसे रोक दिया कि वह अपने पर्यवेक्षकों को इसमे भाग नहीं लेने देंगे।
काबुल. अफगानिस्तान के चुनाव आयोग ने मतपत्रों की फिर से गिनती शुरू करने की कोशिश की लेकिन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने यह कहते हुए इसे रोक दिया कि वह अपने पर्यवेक्षकों को इसमे भाग नहीं लेने देंगे। सितंबर में हुआ चुनाव विवाद में फंस गया है। चुनाव आयोग ने मतपत्रों की फिर से गिनती कराने की कोशिश की। राष्ट्रपति अशरफ गनी और उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी तथा मौजूदा सरकार में मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
अफगानिस्तान के चुनाव कानूनों के अनुसार, मतपत्रों की गिनती पर नजर रखने के लिए राष्ट्रपति पद के सभी उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों को बुलाया जाता है। अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि आयोग को फिर से गिनती करने की कोशिश को रोकने की जरूरत है क्योंकि कई मतपत्र फर्जी हैं। उनके एलान से यह प्रक्रिया रुक गई और अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आगे क्या होगा।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)