एक्सिडेंट के बाद चल-फिर भी नहीं पा रहा था यह खिलाड़ी, पोलार्ड ने अपने बच्चे की तरह पालकर दिलाई टीम में जगह

वेस्टइंडीज के बल्लेबाज निकोलस पूरन चार साल पहले दुर्घटना में इतने चोटिल हो गये थे कि छह महीने तक वह चलने में भी असमर्थ थे, ऐसे में कीरोन पोलार्ड अभिभावक की तरह उनकी मदद के लिए आये।

Asianet News Hindi | Published : Dec 23, 2019 10:42 AM IST

कटक. वेस्टइंडीज के बल्लेबाज निकोलस पूरन चार साल पहले दुर्घटना में इतने चोटिल हो गये थे कि छह महीने तक वह चलने में भी असमर्थ थे, ऐसे में कीरोन पोलार्ड अभिभावक की तरह उनकी मदद के लिए आये। दुर्घटना के समय पूरन की उम्र लगभग 20 साल की थी और पोलार्ड की हौसलाअफजाई ने उनके लिये ऐसी दवा का काम किया कि वह एकदिवसीय क्रिकेट में टीम के इस मौजूदा कप्तान के सबसे अहम सिपाही में से एक हो गये है।

भारत के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के तीन मैचों में उन्होंने 23 गेंद में 29, 47 गेंद में 75 और 64 गेंद में 89 रन की पारियां खेलकर कप्तान के भरोसे को सही साबित किया। पूरन ने कहा पोलार्ड को शुक्रिया अदा करते हुए कहा, ‘‘ वह मेरे लिए बड़े भाई, पिता तुल्य है। वह मेरे साथ तब से है जबसे मैंने क्रिकेट के मैदान में वापसी की है। उन्होंने मुझे मौका दिया। मैं इसके लिए शुक्रगुजार हूं।’’

इससे पहले ‘यूनिवर्सल बॉस’ क्रिस गेल भी पूरन की तारीफ कर चूके है। उन्होंने विश्व कप के दौरान भारत के खिलाफ मैच से पहले मैनचेस्टर में कहा था, ‘‘ निकोलस पूरन की बल्लेबाजी देखियेगा, वह शानदार खिलाड़ी है।’’

तेइस साल के इस खिलाड़ी ने भारत के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला में 20 चौके, नौ छक्के लगाये और 19 एकदिवसीय मैचों में उनका औसत 52 का है। पोलार्ड के बारे में पूछे जाने पर पूरन ने कहा कि मैदान की बाहर की हमारी दोस्ती उस समय भी दिखती है जब हम क्रीज पर एक साथ मौजूद होते है। पोलार्ड के साथ रविवार को शतकीय साझेदारी करने वाले इस बल्लेबाज ने कहा, ‘‘हम (मैं और पूरन) एकदूसरे को अच्छे से जानते है। हम मैदान के बाहर और अंदर काफी अच्छे दोस्त है। हमें पता है कि बल्लेबाजी के समय एकदूसरे का साथ कैसे देना है।’’

पूरन ने कहा, ‘‘हम दोनों घरेलू मैचों में एक ही क्लब, एक ही फ्रेंचाइजी के लिए खेलते है। एक साथ बल्लेबाजी करते समय हमारे बीच अच्छी समझ रहती है। हम परिस्थितियों और हालात को ठीक से समझते और उसके अनुसार खेलते है। ’’

उन्होंने कहा कि मैच के दौरान कप्तान ने कहा था कि वह स्पिनरों के खिलाफ आक्रामक होंगे जबकि उन्हें तेज गेंदबाजों के खिलाफ तेजी से रन बनाना होगा।
 

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।) 

Share this article
click me!