
नई दिल्ली. U-19 वर्ल्डकप फाइनल में अपनी गेंदबाजी के चलते चर्चा में आने वाले लेग स्पिनर रवि बिश्नोई अब विवादों में घिरत जा रहे हैं। वजह है फाइनल मैच के दौरान विपक्षी टीम के खिलाड़ियों के साथ उनका अभद्र व्यवहार। बिश्नोई ने मैच के दौरान बांग्लादेश के खिलाड़ी को आउट करने के बाद अभद्र भाषा का उपयोग किया था। इसके बाद मैच खत्म होने पर भी बांग्लादेश के खिलाड़ियों के साथ उनकी नोक झोंक हुई थी। मैच के बाद ICC ने सभी दोषी खिलाड़ियों को पकड़ा, जिसमें बांग्लादेश के 3 और भारत के 2 खिलाड़ी शामिल थे। इन सभी खिलाड़ियों को ICC ने डिमेरिट पॉइंट्स दिए हैं जो अगले 2 साल तक उनके साथ रहेंगे।
पिता को नहीं हो रहा बेटे की हरकत पर भरोसा
ICC द्वारा डिमेरिंट प्वाइंट दिए जाने के बाद रवि के पिता ने कहा "वह मेरे सबसे शांत बच्चों में से एक है, मुझे पता नहीं उसे वहां पर क्या हो गया था।" आगे बोलते हुए उन्होंने बताया कि रवि की मां ने कल से खाना-पीना पूरी तरह छोड़ रखा है। रवि के बचाव में बोलते हुए उन्होंने आगे कहा कि उसने अपने साथियों का बचाव करते हुए अपना आपा खो दिया था।
BCCI से कठोर कदम की मांग कर रहे दिग्गज
अंडर 19 खिलाड़ियों का विवाद सामने आने के बाद पूर्व कप्तान कपिलदेव और मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भारत के दोषी खिलाड़ियों के ऊपर कड़ी कार्यवाई की मांग की है। कपिलदेव ने कहा कि क्रिकेट गाली देने का खेल नहीं है। मैं खेल में आक्रामकता का स्वागत करता हूं, पर इसमें नियंत्रण होना चाहिए। वहीं अजहरुद्दीन ने सपोर्ट स्टाफ के ऊपर सवाल उठाते हुए कहा कि युवा खिलाड़ियों को जागरुक करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। इससे पहले कि देर हो जाए इन चीजों पर रोक लगनी चाहिए। दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने भी खिलाड़ियों के व्यवहार में सवाल उठाए हैं।