टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अपनी एकाग्रता और लगातार अच्छे प्रदर्शन का राज खोल दिया है। कोहली का कहना है कि क्रिकेट बॉल उन्हें छोले भटूरे की तरह दिखती है और वो गेंद को भी उतने ही ध्यान के साथ देखते हैं, जैसे ललचाई नजरों के साथ सभी छोले भटूरे की प्लेट को देखते हैं।
नई दिल्ली. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अपनी एकाग्रता और लगातार अच्छे प्रदर्शन का राज खोल दिया है। कोहली का कहना है कि क्रिकेट बॉल उन्हें छोले भटूरे की तरह दिखती है और वो गेंद को भी उतने ही ध्यान के साथ देखते हैं, जैसे ललचाई नजरों के साथ सभी छोले भटूरे की प्लेट को देखते हैं। यही वजह है कि कोहली के अंदर रनों की भूख कभी खत्म नहीं होती। विराट ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे T-20 से पहले नेट सेशन का एक फोटो शेयर किया जिसमें वो ललचाई नजरों से गेंद की तरफ देख रहे हैं और गेंद के अपने पास आने का इंतराज कर रहे हैं।
विराट ने अपने पोस्ट के साथ लिखा "गेंदबाज के हाथ से निकली गेंद और मील चीट वाले दिन आने वाली छोले भटूरे की थाली दोनों को एक जैसी एकाग्रता के साथ देखना चाहिए।" कोहली के इन्ही शब्दों में उनकी सफलता का राज छिपा हुआ है। इसी एकाग्रता के कारण कोहली हर गेंदबाज की गुगली पढ़ने में सक्षम हैं और लगातार हर मैदान में रन बनाते जा रहे हैं।
विराट के ये लाइनें उनकी डाइट और डिसिप्लेन के बारे में भी बताती हैं। हमारे लिए छोले भटूरे खाना कोई बड़ी बात नहीं है, पर टीम इंडिया के कैप्टन को ऐसा करने के लिए खुद को धोखा देना पड़ता है। यही वजह है कि कोहली भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे फिट एथेलीट में से एक हैं।