बीसीसीआई (BCCI) के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अभिजीत साल्वी (Abhijeet Salvi) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (Board of Control for Cricket in India) के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अभिजीत साल्वी (Abhijeet Salvi) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 7 दिसंबर को घरेलू न्यूजीलैंड सीरीज के खत्म होने के बाद अभिजीत बाहर हो गए थे। अभिजीत ने तो निजी कारणों के चलते इस्तीफा देने की बात कही है, लेकिन असली वजह क्या है वो अब तक बाहर नहीं आ पाई है। वैसे बीसीसीआई ने अभी तक साल्वी के बाहर होने की सार्वजनिक तौर पर पुष्टि नहीं की है।
रिपोर्ट में कहा गया, "साल्वी के जाने का समय महत्वपूर्ण है, क्योंकि बीसीसीआई 9 जनवरी 2022 से अंडर-16 राष्ट्रीय चैंपियनशिप आयोजित करने वाला है, जिसे विजय मर्चेंट ट्रॉफी के रूप में जाना जाता है। वह उम्र सत्यापन प्रक्रिया के प्रभारी थे, जिसे बीसीसीआई ने उम्र धोखाधड़ी को खत्म करने के लिए रखा था।"
2012 से बीसीसीआई के लिए काम कर रहे थे साल्वी
साल्वी बीसीसीआई के आयु सत्यापन, डोपिंग रोधी और मेडिकल विंग के प्रभारी थे। उन्होंने आईपीएल के दो सीजनों और यूएई में टी20 विश्व कप के लिए चिकित्सा व्यवस्था की भी देखरेख की थी, जहां भारत मेजबान था। 2012 में साल्वी बीसीसीआई में शामिल हुए थे। वह बोर्ड की चिकित्सा शाखा के इकलौते सदस्य थे, जो चिकित्सा और डोपिंग रोधी विंग का नेतृत्व करते थे।
इस विवाद के बाद शुरू हो गई थी उल्टी गिनती
दरअसल श्रीलंका दौरे के दौरान अभिजीत साल्वी के ऊपर लापरवाही के आरोप लगे थे। कोरोना जांच में विलंब करने का आरोप लगा था। भारतीय ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या ने दौरे के दौरान गले में दर्द होने पर तुरंत मेडिकल आफिसर के तौर पर गए अभिजीत साल्वी को सूचित किया। लेकिन इसके बाद भी न तो पांड्या का रैपिड एंटिजन टेस्ट हुआ, न उन्हें आइसोलेट किया गया था। इस बात के बाहर आने पर बीसीसीआई के अधिकारियों ने नाराजगी जताई थी।
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