ईडन गार्डन का ये मैच बांग्लादेशी बल्लेबाजों को चोट खाने के लिए भी याद किया जाएगा

ईडन के पिच कई मैच खेले गए हैं, लेकिन इस टेस्ट की दोनों पारियों में जिस तरह से इशांत, शमी और उमेश ने घातक गेंदबाज़ी की उससे बांग्लादेशी खिलाड़ी सिर्फ बचते ही दिखे मैच के पहले दोनों दिन भारतीय गेंदबाज़ों ने बांग्लादेश के 11 में से पांच बल्लेबाज़ों को घायल कर दिया

Asianet News Hindi | Published : Nov 24, 2019 7:03 AM IST / Updated: Nov 24 2019, 12:57 PM IST

कोलकाता: ईडन गार्डन में हो रहे पहले डे-नाइट टेस्ट में इशांत शर्मा और विराट कोहली ने शानदार खेल दिखाया, लेकिन बांग्लादेश की टीम पूरे मैच में संघर्ष करती नज़र आई, लेकिन ये संघर्ष सिर्फ खेल का ही नहीं बल्कि पिंक गेंद का भी है। इस टेस्ट में बांग्लादेशी बल्लेबाजों को गेंद खाने के लिए याद किया जाएगा। 

ईडन पिच पर तो वैसे पहले भी कई मैच खेले गए हैं, लेकिन इस टेस्ट की दोनों पारियों में जिस तरह से इशांत, शमी और उमेश ने घातक गेंदबाज़ी की उससे बांग्लादेशी खिलाड़ी सिर्फ बचते ही दिखे मैच के पहले दोनों दिन भारतीय गेंदबाज़ों ने बांग्लादेश के 11 में से पांच बल्लेबाज़ों को घायल कर दिया। जिनमें से लिटन दास को तो मैच से बाहर ही होना पड़ गया लिटन के अलावा नईम हसन, मोहम्मद मिथुन, इमरुल कायस और मुश्फिकुर रहीम भी तेज रफ्तार कि गुलाबी गेंद का शिकार बने।

शमी ने लिटन को किया मैच से बाहर

पहली पारी में शमी ने लिटन दास के हेलमेट पर तेज़ रफ्तार गेंद दे मारी। जिसके बाद अगले ही ओवर में लिटन पवेलियन लौट गए वो इस कदर चोटिल हुए कि उन्हें मैच से ही बाहर होना पड़ा उनकी जगह मेंहदी हसन को कनक्यूज़न सब्सटीट्यूट बल्लेबाज़ बुलाया गया।

नईम को लगी गेंद

पहली पारी में चाय के बाद शमी ने 18 साल के बल्लेबाज़ नईम को भी नहीं बक्शा। उन्होंने पारी के 23वें ओवर में नईम को एक तूफानी बाउंसर मारी ये गेंद कहां पड़ी और कहां जा लगी, नईम इसे बिल्कुल भी नहीं समझे। वो भी मैदान पर असहज हो गए। जिसके बाद कप्तान कोहली ने भारतीय फिज़ियो को मैदान पर बुलाया। लेकिन वो ज्यादा देर नहीं टिक सके।

 दूसरी पारी में भी बांग्लादेशी बल्लेबाज़ों का हाल ऐसा ही रहा। जहां पहली पारी में मोहम्मद शमी बांग्लादेशियों की परेशानी थे वहीं दूसरी पारी में इशांत शर्मा और उमेश यादव ने बांग्लादेशियों का खेलना मुश्किल कर दिया।

 मिथुन बने इशांत का शिकार

दूसरी पारी की शुरुआत ही भारतीय गेंदबाज़ों ने तेज गेंदबाज़ी से की। पारी के 5वें ओवर में इशांत ने एक तेज़ रफ्तार बाउंसर फेंकी। इस बार ये गेंद मोहम्मद मिथुन के हेलमेट पर लगी। गेंद मिथुन के कान के पास वाले हिस्से पर लगी। मिथुन इसके बाद तुरंत पिच से हट गए और अपना हेलमेट उतार दिया। इसके बाद बांग्लादेशी फिज़ियो मैदान पर आए और मिथुन को संभाला मिथुन को एक नया हेलमेट दिया गया और उन्होंने फिर से खेलना शुरू किया लेकिन अगले ओवर में ही वो आउट हो गए।

इमरुल को भी लगी गेंद

एक ओवर पहले ही इशांत ने मिथुन को गेंद मारी थी, वहीं छठे ओवर में उमेश यादव आ गए, उन्होंने इमरुल कायस को एक तेज़ गेंद सीधे पसलियों में मार दी। इमरुल ने इसके बाद खुद को संभाला। इमरुल इस गेंद को डिफेंड करना चाहते थे, लेकिन वो ठीक से नहीं खेल सके।

मुश्फिकुर के हेलमेट पर बाउंसर हुआ

दूसरी पारी की शुरुआत में 15वें ओवर में मैदान पर आए नए बल्लेबाज़ मुश्फिकुर रहीम का इस बार गेंद से सामना था। उमेश यादव ने फिर से गेंद पकड़ी और मुश्फिकुर को फेंकी। इस बार 138 कि.मी. प्रतिघंटे की रफ्तार से खतरनाक बाउंसर आई और मुश्फिकुर के हेलमेट पर जा लगी। इसके बाद मुश्फिकुर संभले और अपना हेलमेट उतारा एक बार फिर से मैच के बीच मैदान पर फिज़ियो दौड़ते हुए आ गए।

हालांकि इसके बाद मुश्फिकुर रहीम ने अपनी टीम की तरफ से मैच की सबसे अच्छी पारी भी खेली।
 

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