भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने साल 2014 में नियम बनाया था कि देश के लिए खेलने वाला कोई भी खिलाड़ी घरेलू मैचों में BCCI के लोगो का इस्तेमाल नहीं करेगा। हाल ही में हुई देवधर ट्राफी के दौरान इस नियम को सख्ती के साथ लागू भी किया गया था
मुंबई. टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या मैदान पर वापसी करने के साथ ही विवादों में भी फस गए हैं। हार्दिक ने BCCI के 6 साल पुराने नियम का पालन नहीं किया। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने साल 2014 में नियम बनाया था कि देश के लिए खेलने वाला कोई भी खिलाड़ी घरेलू मैचों में BCCI के लोगो का इस्तेमाल नहीं करेगा। हाल ही में हुई देवधर ट्राफी के दौरान इस नियम को सख्ती के साथ लागू भी किया गया था, पर 5 महीने बाद मैदान में उतरे हार्दिक इस नियम को भूल गए और उन्होंने वही हेलमेट पहन लिया जिसे वो भारत के लिए खेलते समय पहनते हैं।
पहले ही मैच में किया शानदार प्रदर्शन
लंबे समय बाद मैदान में उतरे हार्दिक ने पहले अपनी टीम को संभाला और विकेट गिरने से रोका। इसके बाद पांड्या ने आक्रामक रूख अपनाया और लेफ्ट आर्म स्पिनर वरुण सूद की गेंदों पर 4 छक्के जड़ दिए। इसके बाद उन्होंने गेंदबाजी में भी कमाल दिखाते हुए तीन विकेट निकाले और अपनी टीम की जीत में अहम योगदान दिया।
धीमी शुरुआत के बाद किया विस्फोट
हार्दिक जब मैदान पर बल्लेबाजी करने आए तब उनकी टीम 38 रन पर 2 विकेट गंवा चुकी थी। ओपनर शिखर धवन और विष्णु सोलंकी पवेलियन लौट चुके थे। इसके बाद हार्दिक ने पारी को संभाला और सौरभ तिवारी के साथ तीसरे विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी की। उन्होंने शुरुआती 12 गेंदों में सिर्फ 7 रन ही बनाए। इसके बाद पांड्या ने आक्रामक रूख अपनाया और 25 गेंदों में 38 रन बनाकर आउट हुए।