भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को अंपायर नितिन मेनन के साथ बहस करना महंगा पड़ सकता है। जिसके चलते उन्हें एक मैच खेलने से बैन भी किया जा सकता है।
स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) को अंपायर नितिन मेनन (Nitin Menon)के साथ बहस करना महंगा पड़ सकता है। जिसके चलते उन्हें एक मैच खेलने से बैन भी किया जा सकता है। बता दें कि दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन के आखिरी ओवर के दौरान कोहली की अंपायर के साथ कहा सुनी हो गई थी। दरअसल, भारत के रिव्यू के दौरान अंपायर ने इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट के पक्ष में फैसला सुनाते हुए उन्हें नॉटआउट करार दिया था, जिसपर विराट कोहली बिगड़ गए और तुरंत नितिन मेनन के पास जाकर काफी देर तक उनसे बहस की। इसी कारण अब लग रहा है कि कोहली पर नाराजगी जताने के लिए उनके 1 मैच खेलने पर प्रतिबंध लग सकता है।
क्या है पूरा मामला
भारत-इंग्लैंड के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन जब अंग्रेजी खिलाड़ी बल्लेबाजी करने उतरे थे, तब अक्षर पटेल ने रूट को आखिरी ओवर में बॉल डाली। ये बॉल रूट के लेग पैड्स से टकराई और इसे स्टंप्स से बाहर जाता माना गया था। जिसके बाद टीम इंडिया के डीआरएस के दौरान अंपायर ने जो रूट को नॉटआउट बताया। बस इसके बाद कोहली का गुस्सा आसमान पर पहुंच गया और वह अंपायर नितिन मेनन से बात करने चले गए। बता दें कि इसके बाद अगले दिन यानी चौथे दिन अक्षर पटेल ने ही जो रूट को आउट किया था और भारत ने ये मैच 317 रनों से जीत लिया था।
नियम के अनुसार लग सकता है बैन
आईसीसी की आचार संहिता में आर्टिकल 2.8 के अनुसार एक अंपायर के निर्णय पर असंतोष जताना और उसके निर्णय के बारे में उनके साथ एक लंबी चर्चा में बहस करना गुनाह माना जाता है। इस तरह से अंपायर से बहसबाजी करने के लिए सजा के रूप में कोहली पर लेवल 1 या लेवल 2 आरोप लग सकता है, इसका फैसला डीमेरिट प्वाइंट्स के आधार पर होता है। विराट कोहली के पास अभी 2 डीमेरिट प्वाइंट्स हैं। बता दें कि 24 महीनों के अंदर कुल चार डीमेरिट अंक एक खिलाड़ी को 1 टेस्ट या 2 वनडे या 2 टी 20 मैच से बाहर रख सकते हैं। ऐसे में अगर कोहली को चेन्नई टेस्ट से दो डीमेरिट पॉइंट भी मिले तो उन्हें मैच से बैन किया जा सकता हैं।