भारतीय क्रिकेटर मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में शानदार शतक जमाकर भारत को बेहतर स्थिति में पहुंचाया है।
स्पोर्ट्स डेस्क: भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जा रहा है। मैच के पहले दिन ओपनर मंयक अग्रवाल (Mayank Agarwal) ने शानदार शतक जमाकर भारत को परेशानी से बाहर निकाला। इसी शतक को लेकर मयंक ने अहम खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने पूर्व भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर का वीडियो देखकर अपनी बल्लेबाजी तकनीक में सुधार किया। इसी का फायदा उठाकर उन्होंने शतक जमाया।
गावस्कर के पुराने वीडियो देखे:
मयंक ने कहा, "सुनील गावस्कर सर ने कमेंट्री के दौरान मेरे खराब प्रदर्शन को लेकर बात की थी और उन्होंने मुझे बैक-लिफ्ट को कम करने की सलाह दी थी। सर ने कहा कि मुझे अपनी पारी की शुरुआत में बल्ले को थोड़ा नीचे रखने पर विचार करना चाहिए। मैं उसे थोड़ा ऊंचा रखता हूं। मैं इतने कम समय में इसमें बदलाव नहीं कर सकता। मैंने उनके वीडियो को देखकर उनके कंधे की स्थिति पर ध्यान दिया। मैंने अपने तरीके में थोड़ा बदलाव किया, जो कारगर रहा।"
कोच द्रविड़ ने दी ये सलाह:
मयंक ने आगे कहा, "एकादश में चुना गया तो राहुल भाई ने मुझसे बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि जो मेरे हाथ में हैं, उसे नियंत्रित करें और मैदान पर उतर कर अपना सर्वश्रेष्ठ दें। जब आपको अच्छी शुरुआत मिल जाए तब उसे बड़ी पारी में बदलने की कोशिश करो। मुझे जो शुरुआत मिली थी, उसे भुनाने में खुशी है। राहुल भाई की ओर से संदेश बिल्कुल साफ था कि मैं इसे यादगार बनाऊं।"
पहले दिन खेली धमाकेदार पारी:
मैच के पहले ही दिन मयंक ने 246 गेंदों में 120 रनों की नाबाद पारी खेली थी। 48.78 की औसत से वे इस पारी में अब तक 14 चौके और 4 छक्के भी जमा चुके हैं। उनकी इस पारी का महत्व इसलिए भी बढ़
जाता है कि जब टीम संकट में थी तब उनकी पारी से टीम को सहारा मिला। उनकी पारी की बदौलत ही भारत मैच में पकड़ बनाने में कामयाब रहा है। भारत ने दिन का खेल खत्म होने तक 4 विकेट खोकर 221 रन बनाए। मैच के पहले दिन 70 ओवरों का ही खेल हो सका था।
अब तक 93.37 की औसत से बनाए रन:
30 साल के मयंक अब तक भारत में खेली 9 पारियों में 93.37 की प्रभावी औसत से 747 रन बना चुके हैं। वे इतनी कम पारियों में ही 4 शतक जमा चुके हैं। चार में से 2 शतकों को तो उन्होंने दोहरे शतक में तब्दील किया है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनमें तेज रन बनाने का दम तो है ही वे लंबी पारियां खेलने की भी काबिलियत रखते हैं। 5 पारियों में उनका स्कोर 20 से कम रन का रहा है। इसका मतलब ये है कि पारी की शुरुआत में उन्हें जमने में थोड़ी दिक्कत होती है, लेकिन एक बार जमने के बाद उन्हें रोक पाना लगभग असंभव सा हो जाता है। उनके पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए उम्मीद की जा सकती है कि वे मुंबई टेस्ट में शतक को भी दोहरे शतक में तब्दील कर सकते हैं।
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