IND Vs NZ दूसरा टेस्ट: न्यूजीलैंड की ओर से चारों विकेट स्पिनर एजाज मलिक ने लिए। इससे पहले भारत की शुरुआत पहले विकेट के लिए काफी अच्छी देखने को मिली थी। गिल और मयंक ने मिलकर 80 रन की साझेदारी की थी।
IND Vs NZ दूसरा टेस्ट: शुक्रवार को दूसरे टेस्ट के पहले दिन दो सेशन और 70 ओवर का खेल हो सका। जिसमें मयंक अग्रवाल ने शानदार शतक बनाया और शुभमन गिल और रिद्धिमान साहा ने उनका भरपूर साथ दिया। दिन का खेल समाप्त होने तक भारत का स्कोर 4 विकेट के नुकसान पर 221 रन पहुंच गया था। वहीं न्यूजीलैंड की ओर से चारों विकेट स्पिनर एजाज मलिक ने लिए। इससे पहले भारत की शुरुआत पहले विकेट के लिए काफी अच्छी देखने को मिली थी। गिल और मयंक ने मिलकर 80 रन की साझेदारी की थी।
सधी हुई शुरुआत
गिल के आउट होने से पहले भारत की शुरुआत काफी अच्छी दिख रही थी। 30 ओवर का खेल पूरा भी नहीं हुआ था कि दोनों ने मिलकर 80 रन जोड़ लिए थे। 28वें ओवर में भारत का पहला विकेट शुभमल गिल के रूप में गिरा जिन्होंने 71 गेंदों में 44 रन बनाए। उन्होंने 7 चौके और 1 छक्का लगाया। वहीं मयंक अग्रवाल काफी धैर्य के साथ बल्लेबजी कर रहे थे, लेकिन किस पता था किे दूसरे सेशन के दूसरे हाफ में मैच न्यूजीलैंड के खेमे की ओर खिसकने वाला है।
एजाज की फिरकी में फंसे पुजारा और विराट
गिल के आउट होने के बाद तो न्यूजीलैंड के खेमे में करंट दौड़ गया। जाज की देंगे ऐसे घूमने लगी जैसे वो चौथे और पांचवे दिन की विकेट पर गेंदबाजी कर रहे हों। अपने अगले ओवर पुजारा को डक पर आउट कर दिया। उसके बाद आए विराट कोहली। कप्तान के तौर अपना 31वां मैच खेल रहे विराट दो गेंदों के बाद एजाज की अंदर आती गेंद पर गच्चा खा गए और एलबीडब्ल्यू आउट करार दिए गए।
अंपायरिंग से नाखुश दिखे विराट
जैसे विराट को आउट करने का इशारा दिया गया तो उन्होंने रिव्यू लिया। विराट को यकीन था कि गेंद पहले बल्ले से लगकर पैड पर लगी है।थर्ड अंपायर ने कई एंगल से देखने के बाद विराट को आउट दे दिया। जिसके बाद विराट कोहली गुस्से में पैवेलियन लौटे भारत के 80 के स्कोर पर तीन आउट हो चुके थे। आपको बता दें कि विराट कोहली कप्तान के तौर पर 10वीं बार जीरो पर आउट हुए हैं। अब तक यह रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ के नाम था। वो भी कप्तानी करते हुए 10 बार जीरो पर आउट हुउ थे।
श्रेयस अय्यर और मयंक ने संभाला
उसके बाद श्रेयस ने मयंक के साथ भारत की पारी को संभाला इस दौरान मयंक अग्रवाल पूरी तरह से सेट हो चुके थे और आक्रामक रुख अपना चुके थे। दोनों ने मिलकर 80 रन की साझेदारी निभाई। जिसमें धैर्य के साथ खेल रहे श्रेयस के 18 रन शामिल थे। उसके बाद एजाज ने फिर से अपना जादू चलाया। श्रेयस को अपना शकिाबना लिया। उसके बाद साहा के साथ मिलकर मयंक ने 81 रन की पार्टनशिप कर टीम का कोई विकेट नहीं गिरने दिया। साहा ने मयंक का साथ देते 53 गेंदों में 25 रन की पारी खेली।
मयंक का शान शतक
भारत जब संक में था तो मयंक ने अपना धैर्य और आक्रामकता के मिश्रण के साथ बैटिंग की। जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि श्रेयस और साहा के साथ पार्टनरशिप में मयंक का स्कोर ज्यादा है। मयंक शानदार शतक लगाने हुए मैदान में चारों ओर शाट लगाए। उन्होंने 120 रन की पारी में 246 गेंदों का सामना किया और चार छक्के जड़ें। इस पारी में उन्होंने 14 खूबसूरत चौके भी लगाए। उनकी श्ह पूरी पारी पारी बेदाग रही। 13 पारियों के बाद मयंक ने यह शतक लगाया है।