न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट में कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) और उपकप्तान चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने अपनी बल्लेबाजी से काफी निराश किया था। ऐसा माना जा रहा है कि इन दोनों का जल्द ही पत्ता कट सकता है।
स्पोर्ट्स डेस्क: भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच कानपुर में खेला गया टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था। इस मैच में सीनियर खिलाड़ियों अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) और चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था। कप्तान और उप्कप्तान होने के नाते इनकी जिम्मेदारी टीम में सबसे अधिक थी लेकिन इन्होंने अपने प्रदर्शन से निराश किया। रहाणे ने पहले टेस्ट की पहली पारी में 35 और दूसरी पारी में 4 रन बनाए। वहीं पुजारा की बात करें तो उन्होंने भी पहली पारी में 26 और दूसरी पारी में 22 रन बनाकर टीम को संकट में डाला।
इन दोनों के प्रदर्शन को देखते हुए माना जा रहा है कि जल्द ही इन पर गाज गिर सकती है। इन्हें कभी भी टीम से बाह किया जा सकता है। इसकी शुरुआत अगले टेस्ट मैच से ही हो सकती है। अगले टेस्ट से पहले टीम के नियमित कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) दल में शामिल हो जाएंगे। टीम की कप्तानी भी वही करेंगे। भारत-न्यूजीलैंड के बीच सीरीज का दूसरा और अंतिम टेस्ट मैच मुंबई में 3 से 7 दिसंबर के बीच खेला जाएगा।
22 पारियों से शतक नहीं लगा सके रहाणे:
पहले टेस्ट के कप्तान अजिंक्य रहाणे के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद अब उनके आलोचक मुखर होने लगे हैं। उनके आलोचक सवाल उठा रहे हैं कि जब वे लगातार खराब खेल रहे हैं तो उन्हें क्यों मौके दिए जा रहे हैं। घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवाओं को मौके क्यों नहीं दिए जा रहे हैं। रहाणे रिकॉर्ड को खंगालने पर कई कमजोर कड़ी जुड़ती है। रहाणे पिछली 22 पारियों से शतक नहीं लगा सके हैं। वहीं इस टेस्ट में उनका बल्लेबाजी औसत मात्र 19.57 का रहा है। वहीं इस साल वे 8 बार तो दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाए। जाहिर तौर पर ये आंकड़े रहाणे की प्रतिभा से मेल नहीं खाते लेकिन सच तो सच है। उन्हें जल्द ही अपना प्रदर्शन सुधारना होगा नहीं तो उनके लिए आने वाला समय मुश्किल हो सकता है।
लगातार जारी रही पुजारा की खराब फॉर्म:
भारतीय टेस्ट टीम के अहम बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा पिछले काफी समय से फॉर्म से जूझ रहे हैं। उन्होंने अपना पिछला टेस्ट शतक जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाया था। तब से लेकर अब तक 2 साल बीतने को हैं और 40 पारियां खेलने के बाद भी वे शतक नहीं लगा सके हैं। हालांकि इस दौरान वे 11 अर्धशतक जमा चुके हैं, लेकिन उनके जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज से ऐसे औसत प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की जा सकती।
बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने दोनों को लेकर क्या कहा...
टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने दो दिन पूर्व ही अहम बयान दिया था। राठौड़ ने टीम के सीनियर बल्लेबाजों कप्तान अजिंक्य रहाणे और उपकप्तान चेतेश्वर पुजारा को लेकर कहा था, "हमें पूरा यकीन है कि वे जल्द अच्छे फॉर्म में आएंगे। बेशक, आप चाहते हैं कि शीर्ष क्रम बल्लेबाज योगदान करे। जिन क्रिकेटरों ने 80 और 90 टेस्ट मैच खेले हैं, इसलिए उनके पास अनुभव है। इतने खेल खेलने के लिए, उन्होंने हमारे लिए अच्छा प्रदर्शन किया होगा। मैं समझता हूं कि दोनों खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं, लेकिन उन्होंने अतीत में बहुत महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं। हमें पूरा यकीन है कि वे जल्द फॉर्म में आएंगे और भविष्य में भी टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण पारियां खेलेंगे।"
अय्यर को मुंबई टेस्ट में मिलेगी जगह?
अपने डेब्यू टेस्ट मैच की पहली पारी में शतक और दूसरी पारी में अर्धशतक जमाने वाले श्रेयस अय्यर को अगले मैच में टीम में जगह मिलेगी या नहीं यह तय नहीं है। इसकी वजह ये है कि टेस्ट टीम के नियमित कप्तान दूसरे टेस्ट मैच में टीम के साथ जुड़ जाएंगे। ऐसे में अय्यर की जगह भी खतरे में है। अय्यर को अगले मैच में खिलाया जाएगा या नहीं इस सवाल के जवाब मिलना मुश्किल है। 26 साल के श्रेयस अय्यर ने डेब्यू मैच की पहली पारी में शानदार शतक जमाया था। वहीं दूसरी पारी में 65 रन बनाकर टीम इंडिया को संकट से उबारा। अय्यर ने पहली पारी (105) में शतक और दूसरी पारी में अर्धशतक लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया था। उनसे पहले कोई भी भारतीय खिलाड़ी डेब्यू टेस्ट मैच में शतक और अर्धशतक नहीं जमा सका था।
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