भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड को 317 रनों से करारी शिकस्त दी है। यह 89 साल बाद इंग्लैंड के खिलाफ भारत की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले 1986 में कपिल देव की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को 279 रनों से मात दी थी।
स्पोर्ट्स डेस्क : भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड को 317 रनों से करारी शिकस्त दी है। इस जीत के साथ ही दोनों टीमें सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। इंग्लैंड की दूसरी पारी महज 164 रनों पर ही सिमट गई। इससे पहले भारत ने अपनी पहली पारी में 329 और दूसरी पारी में 286 रन बनाएं थे। 89 साल बाद इंग्लैंड के खिलाफ भारत की यह सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले 1986 में भारत ने लीड्स में कपिल देव की कप्तानी में इंग्लैंड को 279 रनों से मात दी थी। आइए आपको बताते हैं भारत की जीत के 5 बड़े कारण
1- अश्विन की गेंदबाजी और बल्लेबाजी ने किया कमाल
भारतीय क्रिकेट टीम में कई ऐसे नायाब खिलाड़ी हैं, जो मुश्किल वक्त में टीम का साथ देते हैं और अपने आप को साबित करते हैं। उन्हीं में से एक है भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin), जिन्होंने दूसरे टेस्ट के पहले दिन तो 13 रन ही बनाए थे। लेकिन दूसरे दिन गेंदबाजी में कमाल करते हुए 23.5 ओवर में 43 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किए। इसके साथ ही अश्विन भारत में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने के मामले में हरभजन सिंह को भी पीछे छोड़ दिया है। उनके नाम भारत में 268 टेस्ट विकेट हो गए हैं, जबकि भज्जी ने 265 विकेट लिए थे। इस लिस्ट में पहले नंबर पर हीं अनिल कुंबले हैं, जिनके नाम 350 विकेट हैं। इसके बाद मैच के तीसरे दिन कप्तान कोहली के साथ उन्होंने 96 रनों की पार्टनरशिप की। इस पारी में अश्विन ने अपने करियर का 5वां शतक लगाया। उन्होंने मात्र 134 गेंदों में अपने 100 रन पूरे कर लिए। वहीं, इंग्लैंड की दूसरी पारी में भी अश्विन ने 18 ओवर में 53 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए है।
2- टॉस जीतो मैचों जीतों का फॉर्मूला
इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। पिछले कुछ समय से ये देखा जा रहा है कि जो टीम टॉस जीतती है, उसके कब्जे में मैच आ जाता है। इससे पहले इंग्लैंड ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी की थी और शुरुआत से ही मैच पर अपनी पकड़ बनाकर रखी थी। ये मैच भारतीय टीम 227 रनों से हार गई थी, लेकिन दूसरे टेस्ट में भारत ने बाजी पलटी और टॉस जीतकर मैच को अपने हाथ से जाने नहीं दिया।
3- हिटमैन शर्मा की 161 रनों की धुआंधार पारी
टेस्ट मैच के पहले दिन रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे ने अपनी टीम के लिए बेहतरीन पार्टनशिप की। जहां रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने अपने करियर का चौथा 150+ स्कोर बनाया। हालांकि 231 बॉल पर 161 रन बनाकर वह लीच का शिकार हो गए। वहीं, रहाणे (Ajinkya Rahane) ने बेहतरीन साझेदारी करते हुए 67 रन बनाए थे। बता दें कि रोहित ने इस मैच में अपने करियर का 7वां और इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट शतक जड़ा था।
4- डेब्यू मैच में अक्षर ने छुड़ाएं अंग्रेजों के छक्के
भारत-इंग्लैंड के दूसरे टेस्ट मैच में डेब्यू करने वाले अक्षर पटेल ने अपनी गेंदबाजी से इंग्लिश खिलाड़ियों के छक्के छुड़ा दिए। पहली पारी में उन्होंने 20 ओवर में 40 रन देकर 2 विकेट झटके थे। वहीं, इंग्लैंड की दूसरी पारी में उन्होंने 21 ओवर में 60 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किए। इंग्लैंड की पारी में दोनों बार उन्होंने कप्तान रूट को आउट किया। इसके साथ ही अक्षर डेब्यू मैच में 5 विकेट लेने वाले भारत के 6वें गेंदबाज बन गए हैं।
5- रूट को समय पर आउट करना रहा अहम
पहले टेस्ट मैच में डबल सेंचुरी मारने वाले जो रूट को समय पर आउट करना भारतीय टीम के लिए काफी अहम साबित हुआ। इस मैच में रूट बड़ा स्कोर नहीं कर पाए। पहली पारी में उन्होंने 12 बॉलों में महज 6 रन बनाए और अक्षर पटेल का शिकार हो गए। वहीं, दूसरी पारी में उन्होंने 92 बॉलों पर 33 रन बनाए और इस बार भी अक्षर पटेल की बॉल पर आउट हो गए। दोनों पारियों को मिलकार रूट 49 रन ही बना पाएं, जबकि पहले मैच में उन्होंने 1 पारी में 218 रन बनाए थे। दूसरे मैच में पूरी इंग्लैंड की टीम रूट की पहली पारी के बराबर भी रन नहीं बना पाई। इंग्लैंड ने दूसरे मैच की पहली पारी में 134 और दूसरी पारी में 164 रन ही बनाए हैं।