भारत और श्रीलंका (India vs Sri Lanka) के बीच अब तक 45 टेस्ट मैच खेले गए गए हैं। इनमें से भारतीय टीम ने 21 में जीत दर्ज की है। 7 मैच श्रीलंका के पक्ष में रहे हैं और 17 मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए। भारत में दोनों टीमों के बीच 21 मुकाबले खेले गए हैं। भारत ने इनमें से 12 में जीत दर्ज की है जबकि 9 मैच ड्रॉ रहे। श्रीलंका टीम अब तक एक बार भी भारत में टेस्ट मैच नहीं जीत सकी है।
स्पोर्ट्स डेस्क: भारत और श्रीलंका (India vs Sri Lanka) के बीच अब तक 46 टेस्ट मैच खेले गए गए हैं। इनमें से भारतीय टीम ने 22 में जीत दर्ज की है। 7 मैच श्रीलंका के पक्ष में रहे हैं और 17 मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए। भारत में दोनों टीमों के बीच 22 मुकाबले खेले गए हैं। भारत ने इनमें से 13 में जीत दर्ज की है जबकि 9 मैच ड्रॉ रहे। श्रीलंका टीम अब तक एक बार भी भारत में टेस्ट मैच नहीं जीत सकी है। भारत और श्रीलंका के बीच पहली बार डे-नाइट टेस्ट मैच खेला गया। इससे पहले दोनों टीमों ने 3-3 डे-नाइट टेस्ट मैच खेले थे और दोनों ने ही दो-दो में जीत दर्ज की थी और 1-1 मैच में दोनों को हार का सामना करना पड़ा था। भारत ने अपना पिछला पिंक बॉल टेस्ट मैच साल 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था, तब भारत ने पारी और 46 रनों से जीत दर्ज की थी।
भारत ने श्रीलंका को बड़े अंतर से हराया
भारतीय क्रिकेट टीम ने श्रीलंका को टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में 238 रनों के विशाल अंतर से हरा दिया। इस जीत के साथ ही भारत ने दो टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप कर लिया। भारत ने श्रीलंका का जीत के लिए 447 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था जिसके जवाब में श्रीलंकाई टीम 208 रन ही बना पाई। भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 252 रन बनाए थे। इसके जबाव में श्रीलंका पहली पारी में 109 रन ही बना पाई थी। इसके बाद भारत ने दूसरी पारी में 9 विकेट खोकर 303 रनों पर घोषित की। जिसके जवाब में श्रीलंका दूसरी पारी में 208 रन ही बना सकी। भारत ने इससे पहले तीन टी20 मैचों की सीरीज में श्रीलंका को 3-0 से हराया था।
श्रीलंका के खिलाफ तीसरी बार क्लीन स्वीप
भारतीय क्रिकेट टीम ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में तीसरी बार क्लीन स्वीप किया है। इससे पहले भारत ने 1993/94 और 2017 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप किया था।
भारत की घर में लगातार 15वीं टेस्ट सीरीज जीत
भारतीय क्रिकेट टीम की ये घर में लगातार ये 15वीं टेस्ट सीरीज जीत है। ये अपने आप में एक रिकॉर्ड है आज तक कोई भी टीम अपने घर में लगातार इतनी टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है। भारत ने पिछली बार इंग्लैंड के खिलाफ साल 2012 में टेस्ट सीरीज गंवाई थी। तब टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे। तब से लेकर अब तक टीम इंडिया घर में अजेय है।
कप्तान करुणारत्ने का शानदार शतक
श्रीलंकाई कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने मुश्किल परिस्थितियों में शानदार बल्लेबाजी करते हुए शानदार शतक जमाया। ये उनके टेस्ट करियर का 14वां शतक रहा। उन्होंने 163 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। भारत के खिलाफ भारत में ये उनका पहला शतक रहा। करुणारत्ने का टेस्ट करियर काफी शानदार रहा है उन्होंने लगभग 40 की औसत से 5,600 प्लस रन बनाए हैं। जिसमें उनके नाम एक दोहरा शतक, 14 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं।
दूसरे सत्र की शुरुआत में ही लड़खड़ाई श्रीलंका
दूसरे सत्र में भी श्रीलंका की शुरुआत कुछ खास नहीं रही और टीम ने निरोशन डिकवेला (12 रन) के रूप में पांचवां विकेट 160 के स्कोर पर खो दिया। डिकवेला को अक्षर पटेल की गेंद पर विकेटकीपर ऋषभ पंत ने स्टंप आउट किया। 180 के स्कोर पर टीम को चरीथ असालंका (5 रन) के रूप में छठा झटका लगा। असालंका को अक्षर पटेल ने रोहित के हाथों कैच करवाकर आउट किया।
भारत के नाम रहा पहला सत्र
बेंगलुरु टेस्ट मैच के तीसरे दिन का पहला सत्र भारतीय गेंदबाजों के नाम रहा। हालांकि मैच में पहली बार श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने भी अपनी ताकत दिखाई और कुछ संघर्ष करते हुए दिखाई दिए। इस सत्र में श्रीलंका ने 32 ओवर बल्लेबाजी की। इस दौरान टीम ने 123 रन तो बनाए, लेकिन 3 महत्वपूर्ण विकेट भी खो दिए। इस सत्र में अश्विन ने 2 और रवींद्र जडेजा ने 1 विकेट हासिल किया। पहले सत्र की समाप्ति पर श्रीलंका ने 4 विकेट के नुकसान पर 151 रन बनाए।
तीसरे दिन श्रीलंका ने 28/1 से आगे खेलना शुरू किया। टीम को 97 के स्कोर पर कुशल मेंडिस (54 रन) के रूप में अश्विन ने दूसरा झटका दिया। इसके बाद टीम के खाते में 1 रन ही जुड़ा था कि 98 के स्कोर पर जडेजा ने एंजेलो मैथ्यूज (1 रन) को बोल्ड कर टीम को तीसरी सफलता दिलाई। इसके बाद 105 के स्कोर पर फिर अश्विन ने वापसी करते हुए श्रीलंका को धनंजय डी सिल्वा (4 रन) के रूप में चौथा झटका दे दिया।
दिमुथ करुणारत्ने की कप्तानी पारी
मुश्किल में घिरी श्रीलंकाई टीम को कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने अर्धशतक जमाकर कुछ सहारा दिया है। ये उनके टेस्ट करियर का 28वां अर्धशतक है। करुणारत्ने ने 92 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर एक छोर को काफी देर से संभाल रखा है। हालांकि टीम लक्ष्य से अब भी काफी दूर खड़ी है और जीत हासिल करने के लिए टीम को चमत्कारी प्रदर्शन करना होगा।
कुशल मेंडिस का शानदार अर्धशतक
कुशल मेंडिस ने भारत के खिलाफ मुश्किल वक्त में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 57 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। ये उनके टेस्ट करियर का 12वां अर्धशतक रहा। वहीं भारत के खिलाफ ये उनका पहला ही अर्धशतक है। हालांकि अर्धशतक जमाने के बाद 3 गेंद खेलने के बाद ही वे आउट हो गए। उन्होंने 60 गेंदों का सामना करते हुए 54 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 8 चौके भी जमाए। अश्विन की गेंद पर उन्हें विकेटकीपर पंत ने स्टंप आउट किया।
दूसरे दिन का खेल
दूसरे दिन का खेल समाप्त होने पर श्रीलंका ने दूसरी पारी में 1 विकेट के नुकसान पर 28 रन बना लिए थे। खेल समाप्ति पर कप्तान दिमुथ करुणारत्ने 10 और कुशल मेंडिल 16 पर नाबाद रहे थे। दूसरे दिन के खेल की समाप्ति तक श्रीलंका टीम लक्ष्य से 419 रन पीछे थी। भारत के श्रीलंका को बेंगलुरु टेस्ट में जीत के लिए 447 रनों का विशाल लक्ष्य दिया है। इससे पूर्व भारत ने अपनी दूसरी पारी 303/9 रनों पर घोषित की। श्रीलंका टीम पहली पारी में 109 रनों पर ही ढेर हो गई थी।
शुरुआत दो दिनों में ही गिरे 30 विकेट
भारत-श्रीलंका टेस्ट मैच में दो दिनों के अंदर ही 30 विकेट गिर चुके हैं। मैच के दूसरे दिन 14 विकेट (9 भारत, 5 श्रीलंका) गिरे। इससे पूर्व पहले दिन कुल 16 विकेट (10 भारत, 6 श्रीलंका) गिरे थे।
भारत ने श्रीलंका को दिया विशाल लक्ष्य
भारत ने श्रीलंका को जीत के लिए 447 रनों का विशाल लक्ष्य दिया है। इस मैच में भारतीय टीम की आसान जीत नजर आ रही है। रविवार को मैच का दूसरा दिन ही है और तीन पारियां खेली जा चुकी हैं। श्रीलंका की हालिया फॉर्म को देखते हुए कहीं भी नहीं लगता कि वह 200 रन भी बना पाएगी।
भारत ने 303/9 रनों पर घोषित की दूसरी पारी
भारतीय क्रिकेट टीम ने अपनी दूसरी पारी नौ विकेट पर 303 रन बनाकर घोषित की। भारत की दूसरी पारी में भी श्रेयस अय्यर का जलवा देखने को मिला। वे 87 गेंदों में 67 रन बनाकर आउट हुए। इस पारी में उन्होंने 9 चौके जमाए। इसके अलावा ऋषभ पंत ने 31 गेंदों में 50 रनों की तूफानी पारी खेली। इसके अलावा कप्तान रोहित शर्मा अर्धशतक जमाने से चूक गए। वे 79 गेंदों में 46 रन बनाकर आउट हुए।
बुमराह का टेस्ट में 8वां पंजा
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली पारी में पांच विकेट लेने के साथ ही इतिहास रच दिया। निरोशन डिकवेला उनका पांचवां शिकार बने। टेस्ट मैचों में उन्होंने आठवीं बार एक पारी में पांच विकेट लिए हैं। टेस्ट क्रिकेट में बुमराह ने भारत ने पहली बार एक पारी में 5 विकेट लिए हैं। बुमराह ने पहले दिन 3 विकेट लिए थे, जबकि दो विकेट दूसरे दिन के शुरुआती ओवरों में ही ले लिए।
श्रेयस अय्यर ने दोनों पारियों में जमाए अर्धशतक
पहली पारी में शानदार 92 रनों की पारी खेलने वाले श्रेयस अय्यर ने दूसरी पारी में भी शानदार बल्लेबाजी को जारी रखा। दूसरी पारी में उन्होंने 69 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। ये उनके टेस्ट करियर का तीसरा अर्धशतक रहा। पहली पारी में उन्होंने मुश्किल वक्त में अहम पारी खेली थी और दूसरी पारी में उनकी यह इनिंग का काफी महत्वपूर्व रही।
ऋषभ पंत का तूफानी अर्धशतक
विस्फोटक बल्लेबाज और विकेटकीपर ऋषभ पंत ने तूफानी अर्धशतक जमाया है। ये उनके टेस्ट करियर का 9वां अर्धशतक है। अर्धशतक तक पहुंचने के लिए उन्होंने 28 गेंदें खेलीं। इस पारी में वे अब तक 6 चौके और 2 छक्के जमा चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में वे अब तक 4 शतक भी जमा चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में ये भारत की ओर से सबसे तेज अर्धशतक है।
टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे तेज फिफ्टी का रिकॉर्ड
गेंद - बल्लेबाज - बनाम - स्थान - साल
28 ऋषभ पंत बनाम श्रीलंका बेंगलुरु 2022
30 कपिल देव बनाम पाक कराची 1982
31 शार्दुल ठाकुर बनाम इंग्लैंड ओवल 2021
32 वीरेंद्र सहवाग बनाम इंग्लैंड चेन्नई 2008
सीरीज में फ्लॉप रहे विराट कोहली
खराब फॉर्म से जूझ रहे विराट कोहली इस सीरीज में भी खास असर नहीं छोड़ पाए। दूसरी पारी में वे केवल 13 रन बनाकर आउट हो गए। पहली पारी में वे 23 रन बना सके थे। इस सीरीज की बात करें तो विराट 3 पारियों में 27 की औसत से कुल 81 रन बना सके। इस दौरान उनके बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकला। विराट को शतक जमाए हुए दो साल का वक्त हो चुका है। पिछली 73 पारियों से उन्होंने शतक नहीं जमाया है।
टेस्ट में 50 से नीचे आया विराट का बल्लेबाजी औसत
लगातार खराब फॉर्म के बाद विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी औसत 50 से नीचे आ गया है। 2017 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है। वर्तमान क्रिकेट में विराट ही ऐसे इकलौते बल्लेबाज थे जिनका औसत क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में 50 से ऊपर था। टेस्ट में अब उनका औसत 49.96 का हो गया है।