इरफान ने वीडियो में कहा कि हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हमें मस्जिद जाने से मना किया गया है, बल्कि हमें यह सोचना चाहिए कि हमें घर को ही मस्जिद बनाने को कहा गया है।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए देश की सरकार ने पूरे देश को 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन कर दिया है। इस दौरान किसी भी नागरिक को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई है। सिर्फ जरूरी चीजों को खरीदने के लिए ही लोग घर से बाहर निकल सकते हैं और इस दौरान भी सभी को मास्क लगाने की सलाह दी गई है। इसके बावजूद लोग सरकार की बात मानने के लिए तैयार नहीं हैं। कई लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग भी नमाज पढ़ने के लिए घर से बाहर निकल रहे हैं और कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ा रहे हैं। इस बीच टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने लोगों से मस्जिद ना जाने की अपील की है।
इरफान ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा "पिछले हफ्ते का वीडियो है, पर कृपया घर में रहें। घर में ही प्रार्थना करें।" इरफान ने इससे पहले भी कोरोना के प्रति लोगों में काफी जागरुकता फैलाई है। वो लगातार लोगों से घर के अंदर रहने की अपील कर रहे हैं और कोरोना के संक्रमण को रोकने में सरकार की मदद कर रहे हैं।
हर घर को ही मस्जिद बनाएं
इरफान ने वीडियो में कहा कि हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हमें मस्जिद जाने से मना किया गया है, बल्कि हमें यह सोचना चाहिए कि हमें घर को ही मस्जिद बनाने को कहा गया है। हमारी तरह हमारे घर भी गुनहगार हो चुके हैं, आओ घरों को साफ करते हैं, कुछ दिन घर में ही नमाज पढ़ते हैं। इरफान का यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अब तक इस वीडियो को 1878 लोग लाइक कर चुके हैं।
इरफान ने दान किए 4 हजार मास्क
इरफान पठान और यूसुफ पठान ने कोरोना के संक्रमण के बीच लोगों की मदद का जिम्मा भी उठाया है। इन दोनों भाइयों ने पहले जरूरतमंदों के लिए 4 हजार मास्क दान किए थे और फिर 10 हजार किलो चावल के साथ साथ 700 किलो आलू भी दान किया है। पठान बंधुओं की इस मदद से लॉकडाउन के बीच गरीबों के भोजन का इंतजाम हुआ है।