चार साल से BCCI की निगरानी सूची में है ये शख्स, ऑस्ट्रेलिया पुलिस ने भी बताया है फिक्सिंग गैंग का सरगना

भारतीय क्रिकेट बोर्ड की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (ACU) के प्रमुख अजित सिंह ने सोमवार को कहा कि हाल में पता चले अंतरराष्ट्रीय टेनिस मैच फिक्सिंग सिंडिकेट के कथित सरगना रविंदर दंदिवाल पिछले चार वर्षों से बीसीसीआई की निगरानी सूची में है। एक रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलिया में विक्टोरिया पुलिस ने टेनिस मैच स्कैंडल में दंदिवाल को मुख्य सरगना बताया है।

Asianet News Hindi | Published : Jun 30, 2020 6:17 AM IST

स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय क्रिकेट बोर्ड की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (ACU) के प्रमुख अजित सिंह ने सोमवार को कहा कि हाल में पता चले अंतरराष्ट्रीय टेनिस मैच फिक्सिंग सिंडिकेट के कथित सरगना रविंदर दंदिवाल पिछले चार वर्षों से बीसीसीआई की निगरानी सूची में है। एक रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलिया में विक्टोरिया पुलिस ने टेनिस मैच स्कैंडल में दंदिवाल को मुख्य सरगना बताया है। टेनिस मैच फिक्सिंग में 2018 में कम से कम मिस्र और ब्राजील में खेली गई दो प्रतियोगिताओं में कम रैकिंग के खिलाड़ियों को कथित तौर पर मैच हारने के लिए मनाया गया था। 

एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए अजित सिंह ने कहा कि उस पर भ्रष्ट होने का संदेह है या फिर वह ज्ञात भ्रष्ट व्यक्ति है। मैं उसके क्रिकेट संपर्कों के बारे में बात कर सकता हूं, लेकिन वह अन्य खेलों में भी घुस गया है। उसने अपनी खुद की लीग शुरू करने की कोशिश की और एक बार वह ऐसा कर लेता तो फिर वह जैसा चाहता उस तरह से मैच फिक्स कर लेता। उन्होंने कहा, उसने नेपाल में एशियाई प्रीमियर लीग का आयोजन किया और वह अफगान लीग से भी जुड़ा था। उसने हरियाणा में लीग के आयोजन का प्रयास किया, जिसे बीसीसीआई ने विफल कर दिया। इसलिए वह भारत के बजाय भारत के बाहर अधिक सक्रिय हो गया, लेकिन वह पिछले कम से कम तीन-चार वर्षों से बीसीसीआई की निगरानी सूची में है। 

मोहाली का रहने वाली है दंदिवाल 
रविंदर दंदिवाल मोहाली का रहने वाला है और एसीयू की शैक्षिक नियमावली में भी उसका जिक्र है। अजित सिंह ने कहा, बीसीसीआई ने भी उसके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वह अलग तरह का अपराध था। वह एक क्रिकेट टीम को लेकर ऑस्ट्रेलिया गया और वहां पांच-छह खिलाड़ी लापता हो गए। यह आव्रजन से जुड़ा मामला था। उन्होंने कहा, इसलिए ऑस्ट्रेलिया के मेजबान क्लब ने संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया और हमें जानकारी दी। हम मोहाली में पुलिस के पास गए और उन्हें बताया कि उसने क्या किया और रिपोर्ट दर्ज कराई। वह हमारी शिक्षा नियमावली का भी हिस्सा है। हम भागीदारों को उसके बारे में बताते हैं ओर उसकी तस्वीर दिखाकर उसके काम करने के तरीके के बारे में समझाते हैं। 
 

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