दिल्ली में कम नहीं हो रहा प्रदूषण का स्तर, क्या नहीं होगा बांग्लादेश से पहला T-20 ?

दिल्ली में प्रदूषण बहुत अधिक है और यहां आम लोगों को भी सांस लेने में परेशानी हो रही है। ऐसे में खिलाड़ी कुल 40 ओवरों तक कैसे खेल पाएंगे।

नई दिल्ली. भारत और बांग्लादेश के बीच T-20 सीरीज का पहला मैच देश की राजधानी दिल्ली में होना है। मैच से पहले दिवाली का त्यौहार आने के कारण दिल्ली की हवा जहरीली हो चुकी है। इसके बाद यह मैच रद्द होने की अफवाहें चरम पर हैं। हालांकि, BCCI ने इन सभी अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा है कि यह मैच रद्द नहीं होगा और दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम पर ही मुकाबला खेला जाएगा। 

अफवाहों में कहा गया था कि दिल्ली में प्रदूषण बहुत अधिक है और यहां आम लोगों को भी सांस लेने में परेशानी हो रही है। ऐसे में खिलाड़ी कुल 40 ओवरों तक कैसे खेल पाएंगे। इस दौरान श्रीलंका के भारत दौरे का भी जिक्र किया गया था, जब श्रीलंका टीम के खिलाड़ियों को प्रदूषण के कारण काफी परेशानी हुई थी। इस टेस्ट मैच में श्रीलंका के तेज गेंदबाज मैदान पर उल्टी करते हुए भी देखे गए थे। इस घटना के बाद दिल्ली के प्रदूषण स्तर को लेकर बहुत चर्चा हुई थी। श्रीलंका के खिलाड़ियों की फिटनेस पर भी इस मैच के दौरान सवाल उठे थे, क्योंकि इसी मैच में भारत के किसी खिलाड़ी को प्रदूषण से परेशानी नहीं हुई थी। 

Latest Videos

BBCI का कहना है कि श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच खेला गया था, जिसमें रोज 90 ओवरों का खेल होता है और खिलाड़ियों को लगातार 5 दिनों तक खेलना पड़ता है। बांग्लादेश के खिलाफ T-20 मैच है और कुल मिलाकर 40 ओवरों का खेल होगा। इसमें एक टीम के खिलाड़ियों को सिर्फ 20 ओवर ही फील्डिंग करनी पड़ेगी। BCCI ने इस मैच को कहीं और शिफ्ट करने से साफ मना कर दिया है। अब यह तय हो चुका है कि यह मैच दिल्ली में ही खेला जाएगा और रविवार के दिन ही होगा।  

Share this article
click me!

Latest Videos

शर्मनाक! सामने बैठी रही महिला फरियादी, मसाज करवाते रहे इंस्पेक्टर साहब #Shorts
महज चंद घंटे में Gautam Adani की संपत्ति से 1 लाख Cr रुपए हुए स्वाहा, लगा एक और झटका
SC on Delhi Pollution: बेहाल दिल्ली, कोर्ट ने लगाई पुलिस और सरकार को फटकार, दिए निर्देश
Maharashtra Election: CM पद के लिए कई दावेदार, कौन बनेगा महामुकाबले के बाद 'मुख्य' किरदार
कानूनी प्रक्रिया: अमेरिकी न्याय विभाग से गिरफ्तारी का वारंट, अब अडानी केस में आगे क्या होगा?