सौरव गांगुली सचिन और वीवीएस लक्ष्मण को दे सकते है ये बड़ी जिम्मेदारी, BCCI में हो सकती है वापसी

गांगुली पूर्व दिग्गज क्रिकेटरों सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण को बीसीसीआई में अहम जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी कर रहे हैं सब कुछ सही रहा तो फिर रविवार एक दिसंबर को होने वाली बीसीसीआई की एजीएम में इसका फैसला हो सकता है
 

Asianet News Hindi | Published : Nov 30, 2019 9:40 AM IST / Updated: Nov 30 2019, 03:59 PM IST


नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की छवि हमेशा से कड़े निर्णय लेने वाले शख्स की रही है जब उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष का पद संभाला था, तभी उन्होंने साफ कर दिया था कि वे पूर्व क्रिकेटरों को बीसीसीआई से जोड़ेंगे ताकि टीम इंडिया के भविष्य के लिए मिलकर और बेहतर काम किया जा सके। इस पर उन्होंने काम करना शुरू भी कर दिया है खबरों के अनुसार, गांगुली पूर्व दिग्गज क्रिकेटरों सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण को बीसीसीआई में अहम जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी कर रहे हैं। सब कुछ सही रहा तो फिर रविवार एक दिसंबर को होने वाली बीसीसीआई की एजीएम में इसका फैसला हो सकता है।

क्रिकेट सलाहकार समिति में हो सकती है सचिन-लक्ष्मण की वापसी

बता दें कि बीसीसीआई की पहली क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी के सदस्य सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण थे। इसी तीन सदस्यीय कमेटी ने पिछले साल हितों के टकराव के आरोपों के बाद महिला क्रिकेट टीम का कोच चुनने से इनकार कर दिया था। इसके बाद कपिल देव की अध्यक्षता में नई सीएसी गठित की गई थी। बता दें कि बीसीसीआई की पहली क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी के सदस्य सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण थे। इसी तीन सदस्यीय कमेटी ने पिछले साल हितों के टकराव के आरोपों के बाद महिला क्रिकेट टीम का कोच चुनने से इनकार कर दिया था इसके बाद कपिल देव की अध्यक्षता में नई सीएसी गठित की गई थी।

बीसीसीआई की एजीएम कल

बीसीसीआई की 88वीं एनुअल जनरल मीटिंग रविवार 1 दिसंबर को मुंबई में आयोजित होगी। इसमें कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं, जिनमें क्रिकेट सलाहकार समिति में सचिन और लक्ष्मण की वापसी का फैसला भी शामिल है। अगर ऐसा होता है तो नए चयन पैनल को चुनने का काम भी क्रिकेट सलाहकार समिति के जिम्मे होगा बता दें कि एमएसके प्रसाद की अगुआई वाली चयन समिति का कार्यकाल दिसंबर में खत्म हो रहा है सचिन, लक्ष्मण और गांगुली की मौजूदगी वाली क्रिकेट सलाहकार समिति तब मुश्किल में आ गई थी जब बीसीसीआई के एथिक्स ऑफिसर डीके जैन के सामने उनका हितों के टकराव का मामला पहुंचा था।

(फाइल फोटो)

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