एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में शास्त्री ने कहा कि "मैं भारत के लिए तब से खेल रहा हूं, जब 18 साल का था। मेरी टीम में हर तरह के लोग थे, अलग-अलग जाति, अलग धर्म। जरा सोचिए भारत सरकार ने इस बारे में जरूर सोचा होगा। अब इसे लागू करने की बारी है
नई दिल्ली. टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने नागरिकता कानून का समर्थन किया है। रवि शास्त्री ने कहा है कि लोगों को इस बारे में संयम के साथ सोचना चाहिए। अगर सरकार ने कानून बनाया है तो जरूर इसके बारे में कुछ न कुछ तो सोचा ही होगा। रवि शास्त्री का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब देश इस कानून को लेकर दो हिस्सों में बंटा हुआ है। लोगों के बीच इस कानून को लेकर कई तरह की भ्रांतियां हैं और हर वर्ग के लोग अलग-अलग कारणों से इस कानून का विरोध और समर्थन कर रहे हैं। इनमें से कई लोगों के तर्क का नागरिकता कानून से कोई संबंध भी नहीं है। इन सब के बीच सबसे बड़ी चिंता का विषय लगातार हो रही हिंसा है जिससे देश की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है और कई लोगों की जान भी जा चुकी है।
एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में शास्त्री ने कहा कि "मैं भारत के लिए तब से खेल रहा हूं, जब 18 साल का था। मेरी टीम में हर तरह के लोग थे, अलग-अलग जाति, अलग धर्म। जरा सोचिए भारत सरकार ने इस बारे में जरूर सोचा होगा। अब इसे लागू करने की बारी है, जब सरकार को कुछ बदलाव करने की जरूरत है।' जब उनसे पूछा गया कि कुछ लोगों को यह डर सता रहा है कि इससे उन्हें भारतीय और गैर-भारतीय बना दिया जाएगा तो उन्होंने कहा, 'मैंने गहराई से इसे नहीं पढ़ा है, लेकिन वही कह रहा हूं जो मुझे लगता है। भारतीयों को संयम के साथ सोचना चाहिए, हर किसी के लिए फायदा है।"
गौरतलब है कि पिछले एक महीने से पूरे देश में CAA के विरोध और समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं। इनमें से कई प्रदर्शन हिंसक भी रहे हैं, जिसमें शामिल लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है। उत्तर प्रदेश में सरकार ने उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करते हुए सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ वसूली भी शुरू कर दी है।