
नई दिल्ली. इटली में 101 साल के बुजुर्ग ने कोरोना को हराने के बाद पूरी दुनिया को नई उम्मीद दी है। इटली की मीडिया ने उन्हें पी नाम दिया है। पी कोरोना से ठीक होने वाले सबसे ज्यादा उम्र के व्यक्ति हैं। इसके बाद भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन ने उनकी जमकर तारीफ की है। उन्होंने लिखा कि विपरीत हालातों में गजब का संकल्प दिखाया गया। मानव जाति के लिए यह बड़ी उम्मीद है। कोरोना को हराने वाले बुजुर्ग का जन्म 1919 में हुआ था। उनकी मां ने भी इससे पहले खतरनाक फ्लू को मात दी थी।
चीन में हालात सुधरने के बाद इटली कोरोना वायरस का नया केन्द्र बन चुका है। यहां लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना के कारण सबसे ज्यादा मौतें भी इटली में ही हुई हैं। ऐसे हालातों में मिस्टर पी का कोरोना से उबरना सभी के लिए बड़ी उम्मीद लेकर आया है।
बुजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा
कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को ही है। दुनियाभर में कोरोना वायरस के चलते अधिकतर मौतें बुजुर्गों की ही हुई हैं। भारत में भी कोरोना के कारण अधिकतर मौतें बुजुर्गों की ही हुई हैं। जो लोग पहले से ही किसी ना किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें कोरोना से और भी ज्यादा खतरा है। ऐसे हालातों में 101 साल के बुजर्ग ने कोरोना से जंग जीतकर पूरी दुनिया का हौसला बढ़ाया है।