श्रीकर भरत को भारतीय टीम में दूसरे टेस्ट के दौरान ऋषभ पंत की जगह शामिल किया गया था और विराट कोहली ने उनकी हौसला आफजाई करने के लिए ट्रॉफी उन्हें दे दी थी।
कोलकाता. भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए पहले पिंक बॉल टेस्ट में भारतीय टीम ने शानदार खेल दिखाया। पूरे मैच में तेज गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की और कप्तान कोहली ने भी शतक लगाकर टीम की जीत में अहम येगदान दिया, पर सीरीज जीत की ट्रॉफी मिलने के बाद कोहली ने यह ट्रॉफी श्रीकर भरत को दे दी। यह खिलाड़ी पूरी सीरीज के दौरान मैदान में भी नहीं दिखा था फिर भी यह ट्रॉफी उसे क्यों दे दी गई इस पर सवाल उठ रहे हैं। श्रीकर भरत को भारतीय टीम में दूसरे टेस्ट के दौरान ऋषभ पंत की जगह शामिल किया गया था और विराट कोहली ने उनकी हौसला आफजाई करने के लिए ट्रॉफी उन्हें दे दी थी।
श्रीकर भरत का पूरा नाम कोना श्रीकर भरत है और आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं। 26 साल के इस विकेटकीपर बल्लेबाज को धोनी का उत्तराधिकारी माना जा रहा है। भरत ने इससे पहले इंडिया ए और रणजी मैचों में शानदार प्रदर्शन किया था और भारतीय टीम में चुने जाने के पहुत करीब थे। भरत ने इससे पहले इंडिया के लिए तीन शतक लगाए थे और विकेट के पीछे 50 शिकार भी किए थे। भरत ने इंडिया के लिए 11 मैचों में 686 रन बनाए थे। इनमें तीन शतक और दो अर्द्धशतक शामिल थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ 106, इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 142 और श्रीलंका ए के खिलाफ 117 रनों की पारियां खेली थी।
फर्स्ट क्लास मैचों में भी भरत का प्रदर्शन शानदार रहा है। भरत ने 69 मैचों की 110 पारियों में 37.58 के औसत से 3909 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 309 रनों की एक पारी भी खेली है। भरत ने अपने करियर में 8 शतक और 20 अर्धशतक भी लगाए हैं। आंध्र प्रदेश का यह विकटकीपर बल्लेबाज समय के साथ और भी परिपक्व और बेहतर खिलाड़ी बनता गया है। भरत के प्रदर्शन में अब निरंतरता भी आ गई है। जल्द ही यह खिलाड़ी आपको भारतीय टीम में खेलता हुआ दिखाई दे सकता है।