भाजपा ने झारखंड चुनाव में सहयोगी दलों को साथ लेकर चुनाव ना लड़ने का खामियाजा उठाया है। अब इससे सीख लेते हुए पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में सहयोगी पार्टियों के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
नई दिल्ली. भाजपा ने झारखंड चुनाव में सहयोगी दलों को साथ लेकर चुनाव ना लड़ने का खामियाजा उठाया है। अब इससे सीख लेते हुए पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में सहयोगी पार्टियों के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और दिल्ली चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने सहयोगी पार्टियों का ऐलान किया। हालांकि, इस लिस्ट में शिरोमणि अकाली दल का नाम नहीं है।
भाजपा ने बिहार में सहयोगी नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा को सीटें देने का फैसला किया है। हालांकि, पुरानी सहयोगी शिरोमणि अकाली दल पर भाजपा अभी भी शांत है। हालांकि, माना जा रहा है कि भाजपा अकाली दल को इस चुनाव में शांत रखेगी।
'अकाली दल पर अभी फैसला नहीं'
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अभी अकाली दल से गठबंधन पर फैसला नहीं हो पाया है। हम पंजाब में सहयोगी हैं। हालांकि, हमने दिल्ली में नए सहयोगी के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हम लोजापा और जदयू के साथ चुनाव लड़ेंगे।
नीतीश की पार्टी को मिली 2 सीटें
मनोज तिवारी ने बताया कि जदयू को 2 सीटें संगम बिहार और बुराड़ी सीट दी गई है। वहीं, लोजापा को सीमापुरी सीट दी गई है। तिवारी ने कहा, जल्द ही बाकी की 10 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान हो जाएगा। दरअसल, भाजपा ने 57 सीटों पर उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है।
दिल्ली में 8 फरवरी को मतदान, 13 को नतीजे
दिल्ली में एक चरण में चुनाव होगा। 8 फरवरी को मतदान होगा। 11 फरवरी को नतीजे आएंगे। दिल्ली में 70 सीटों में से 58 सामान्य के लिए हैं, जबकि 12 एससी हैं। यहां एसटी के लिए कोई सीट आरक्षित नहीं है। अभी दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है।