दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत की जुगत में जुटी कांग्रेस पार्टी अपने पुराने नेताओं पर ही दांव खेलने की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा कि पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सभी पुराने नेताओं को मैदान में उतारने की बात कही है। लेकिन नेता है कि पहले मैदान छोड़ कर भाग रहे हैं।
नई दिल्ली. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक तरफ कांग्रेस के कई दिग्गज नेता पार्टी छोड़कर केजरीवाल का हाथ थाम लिए हैं और झाडू के चुनाव निशान पर ताल ठोक रहे हैं। वहीं, सोनिया गांधी दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारकर कांग्रेस के वजूद को बचाए रखना चाहती हैं, लेकिन दिग्गज नेता मैदान छोड़कर भाग रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन मैदान ही नहीं बल्कि देश से बाहर चले गए हैं।
नेताओं ने मानी हार
कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में साफ कर चुकी हैं कि प्रदेश के सभी दिग्गज नेताओं को चुनाव लड़ना है। इनमें पूर्व मंत्री से लेकर दिल्ली में सांसद रहे और लोकसभा चुनाव लड़ने वाले नेताओं को आदेश दिया है। इसके बावजूद कांग्रेस के नेता चुनाव लड़ने का हौसला नहीं पैदा कर पा रहे हैं जबकि लोकसभा चुनाव में पार्टी का वोट फीसदी बढ़ा है और आम आदमी पार्टी से ज्यादा वोट हासिल किया था।
अमेरिका चले गए माकन
सोनिया गांधी के इस फरमान के दो दिन बाद ही कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अजय माकन अमेरिका चले गए हैं। अजय माकन ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से कह दिया है कि उनकी कोई विधानसभा सीट फिक्स भी नहीं है और लोकसभा चुनाव के बाद से जनता के संपर्क में नहीं हैं। ऐसे में वह तुरंत चुनाव लड़ने पर फैसला नहीं ले सकते हैं।
विधानसभा और लोकसभा दोनों में मिली हार
अजय माकन 2015 में सदर बाजार विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे, लेकिन वो जीत दर्ज नहीं कर सके थे। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में भी किस्मत आजमाया था और एक बार फिर उन्हें हार मिली है। बता दें कि एक समय अजय माकन को पार्टी शीला दीक्षित के विकल्प के तौर पर पेश किया था। वो सांसद बनने से पहले दिल्ली में विधायक और मंत्री रह चुके थे। अब बदले हुए राजनीतिक समीकरण में वो चुनाव लड़ने से कतरा रहे हैं। हालांकि अजय माकन अमेरिका से कब लौटेगे यह तस्वीर भी साफ नहीं है जबकि दिल्ली में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
बेटे को लड़ाएंगे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष
चांदनी चौक और उत्तरी दिल्ली सीट से सांसद रहे और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके जेपी अग्रवाल खुद लड़ने के बजाय अपने बेटे को चुनावी मैदान में उतारना चाहते हैं। अग्रवाल ने अपनी बढ़ती उम्र का हवाला दे रहे हैं, लेकिन यह भी साफ कर दिया है कि पार्टी अगर कहेगी, तो वह चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।