दिल्ली में 150 से ज्यादा खास मतदाताओं को घर से ही वोट डालने की सुविधा, कौन हैं ये लोग?

 चुनाव आयोग ने मतदान केन्द्र तक पहुंचने में अक्षम मतदाताओं के लिए डाक मतपत्र के जरिए घर से ही अपना वोट देने की सुविधा दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुहैया कराई है। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 5, 2020 9:51 AM IST

नई दिल्ली. चुनाव आयोग ने मतदान केन्द्र तक पहुंचने में अक्षम मतदाताओं के लिए डाक मतपत्र के जरिए घर से ही अपना वोट देने की सुविधा दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुहैया कराई है। 

इसका लाभ सौ साल से अधिक उम्र वाले लगभग 150 मतदाताओं को मिलेगा।

80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग मतदाताओं के लिए

यह सुविधा दिव्यांग एवं 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग मतदाताओं के लिए है। यह बात दीगर है कि 107 साल के मतदाता केवल कृष्ण को डाक मतपत्र अंतिम तिथि से महज दो दिन पहले मिला, जिसके कारण उन्हें मतदान केंद्र पर जाकर ही मतदान करना पड़ेगा।

उनके पुत्र अनिल कृष्ण ने बताया, "संविधान सभा के सदस्य रहे उनके पिता आजाद भारत में अब तक हुए सभी चुनाव में मतदान करते रहे है।" दिल्ली विधानसभा चुनाव में सबसे उम्रदराज मतदाता खैरातीलाल मीणा हैं, जिसकी उम्र 111 साल है और वे ग्रेटर कैलाश के निवासी हैं।

वयोवृद्ध मतदाताओं के लिए घर से ही मतदान की सुविधा

इस बार वयोवृद्ध मतदाताओं के लिए घर से ही मतदान की सुविधा शुरू किए जाने की सराहना करते हुए उन्होंने बताया कि डाक मतपत्र मिलने की अंतिम तिथि 19 जनवरी से दो दिन पहले उन्हें आयोग द्वारा मालवीय नगर स्थित उनके घर पर डाक मतपत्र भेजा गया।

कृष्ण ने बताया, "डाक मतपत्र को भरकर स्पीड पोस्ट से आयोग को भेजा दिया लेकिन उन्हें निर्धारित समय सीमा बीतने के बाद अब तक पंजीकरण की सूचना नहीं मिली है। ऐसे में अब उन्हें मतदान केंद्र पर ही जाकर मतदान करना पड़ेगा।"

147 'शतायु मतदाता' अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे

दिल्ली विधानसभा चुनाव में 147 'शतायु मतदाता' इस बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। हालांकि, दिल्ली की मतदाता सूची में छह सौ से अधिक शतायु मतदाताओं के नाम दर्ज हैं, लेकिन इन सूचियों के नौ जनवरी तक हुये सत्यापन के बाद सौ साल से अधिक उम्र वाले लगभग 147 मतदाता ही संशोधित सूची में स्थान पा सके हैं। शेष बुजुर्ग मतदाताओं का या तो निधन हो गया या वे निर्दिष्ट पते पर नहीं पाये गये।

80 साल से अधिक उम्र वाले मतदाता भी लाभ उठा सकते हैं

उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में डाक मतपत्र से मतदान की सुविधा के लाभ का दायरा इस बार बढ़ा कर इसमें अनिवार्य सेवाओं के दायरे वाली रेल, मेट्रो रेल, चिकित्सा एवं मीडिया को शामिल किया है। साथ ही दिव्यांग एवं 80 साल से अधिक उम्र वाले मतदाता भी इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं।

तीन हजार से अधिक दिव्यांग मतदाताओं ने कराया पंजीकरण 

आयोग द्वारा प्राप्त जानकारी के मुताबिक आठ फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान के लिए अब तक तीन हजार से अधिक दिव्यांग मतदाताओं ने डाक मतपत्र से मतदान करने के लिये पंजीकरण करा लिया है। आयोग ने 'एक भी मतदाता मतदान से न छूटे' मुहिम के तहत 'पिक एंड ड्रॉप' सुविधा की भी शुरु की है। इसके तहत मतदान केन्द्र तक पहुंचने में अक्षम दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं को घर से मतदान केन्द्र तक पहुंचाने और फिर मतदान केन्द्र से घर तक वापस भेजने की निशुल्क सुविधा आयोग मुहैया करा रहा है।

तीन फरवरी तक 'पिक एंड ड्रॉप' सुविधा

दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक तीन फरवरी तक 'पिक एंड ड्रॉप' सुविधा के लिये 322 मतदाता पंजीकरण करा चुके हैं। आयोग के एक अधिकारी ने बताया 'पिक एंड ड्रॉप' सुविधा के लिये आवेदन करने की अंतिम तिथि पांच फरवरी है।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
 

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